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केरल के मंदिरों में गैर-हिंदुओं के प्रवेश की मांग

केरल के पर्यटन एवं देवास्वोम मंत्री कदाकमपल्ली सुरेंद्रन इस मसले पर अनावश्यक बहस से बचना चाहते हैं।

By Manish NegiEdited By: Published: Sat, 09 Sep 2017 07:13 PM (IST)Updated: Sat, 09 Sep 2017 07:13 PM (IST)
केरल के मंदिरों में गैर-हिंदुओं के प्रवेश की मांग
केरल के मंदिरों में गैर-हिंदुओं के प्रवेश की मांग

तिरुअनंतपुरम, प्रेट्र। मंदिरों में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर लगा प्रतिबंध हटाने की मांग करके त्रावणकोर देवास्वोम बोर्ड (टीडीबी) के एक सदस्य ने सार्वजनिक बहस को हवा दे दी है।

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कांग्रेस नेता और टीडीबी सदस्य अजय थराइल ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, जो लोग मंदिर और मूर्ति पूजा में विश्वास रखते हैं, उन्हें ही मंदिरों में प्रवेश की अनुमति दी जानी चाहिए। उन्होंने अभी इस मांग को बोर्ड मीटिंग में नहीं रखा है क्योंकि वह चाहते हैं कि पहले इस मसले पर सार्वजनिक बहस हो। वहीं, केरल के पर्यटन एवं देवास्वोम मंत्री कदाकमपल्ली सुरेंद्रन इस मसले पर अनावश्यक बहस से बचना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि गुरुवयूर के श्रीकृष्ण मंदिर को छोड़कर किसी भी मंदिर में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध नहीं है। राज्य के किसी भी मंदिर में प्रवेश के लिए प्रमाणपत्र नहीं मांगा जाता। हालांकि, वह मानते हैं कि गुरुवयूर श्रीकृष्ण मंदिर का मसला गंभीर है और इसका हल जनसुनवाई के बाद ही किया जाना चाहिए।

इस मसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए टीडीबी अध्यक्ष प्रायार गोपालकृष्णन ने कहा कि इसे एकतरफा रूप से लागू नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि इस मसले पर किसी भी फैसले से पहले पुरोहितों के संगठन, मंदिर सलाहकार समितियों और राज्य के अन्य देवास्वोम बोर्ड के पदाधिकारियों के साथ चर्चा होनी चाहिए। बता दें कि राज्य के मंदिरों की प्रबंधन समितियों में टीडीबी के अलावा कोचीन देवास्वोम बोर्ड, मालाबार देवास्वोम बोर्ड, कूडलमणिक्यम देवास्वोम बोर्ड और गुरुवयूर देवास्वोम बोर्ड शामिल हैं।

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