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विजयदशमी पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने DRDO में की शस्त्र पूजा, एनएसए अजीत डोभाल भी हुए शामिल

राजनाथ सिंह ने पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में सुकना युद्ध स्मारक में शस्त्र पूजा की थी। इससे पहले उन्होंने अपनी फ्रांस यात्रा के दौरान राफेल की शस्त्र पूजा की थी। विजयदशमी हिंदू कैलेंडर के अनुसार अश्विन महीने में नवरात्रि उत्सव के नौ दिनों के बाद 10वें दिन मनाया जाता है।

By Neel RajputEdited By: Published: Fri, 15 Oct 2021 12:55 PM (IST)Updated: Fri, 15 Oct 2021 12:55 PM (IST)
विजयदशमी पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने DRDO में की शस्त्र पूजा, एनएसए अजीत डोभाल भी हुए शामिल
पिछले साल सिंह ने पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में सुकना युद्ध स्मारक में 'शस्त्र पूजा' की थी

नई दिल्ली, एएनआइ। रक्षा मंत्री (Union Defence Minister) राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (Defence Research and Development Organisation, DRDO) परिसर में विजयदशमी (Dussehra) के अवसर पर 'शस्त्र पूजा' (Shashtra Pujan) की। इस मौके पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (Ajit Doval) भी मौजूद थे। पिछले साल सिंह ने पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में सुकना युद्ध स्मारक में 'शस्त्र पूजा' की थी। इससे पहले उन्होंने अपनी फ्रांस यात्रा के दौरान राफेल की 'शस्त्र पूजा' की थी। दशहरा या विजयदशमी, हिंदू कैलेंडर के अनुसार अश्विन महीने में नवरात्रि उत्सव के नौ दिनों के बाद 10वें दिन मनाया जाता है।

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सात नई रक्षा कंपनियों के लान्च इवेंट को संबोधित करते हुए, राजनाथ सिंह ने कहा, देश की रक्षा तैयारियों के लिए प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर साथ मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'उदारीकरण और बाजार सुधारों के बाद, निजी और सार्वजनिक क्षेत्र देश की रक्षा तैयारियों के लिए साथ मिलकर काम कर रहे हैं।' रक्षा मंत्री ने आगे कहा, 'पिछले दो दशकों में विभिन्न उच्च स्तरीय समितियों द्वारा आयुध निर्माणी बोर्ड (ओएफबी) के कामकाज का अध्ययन किया गया था। इसका उद्देश्य सशस्त्र बलों की कार्यप्रणाली और रक्षा तैयारियों में सुधार के लिए आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना था।' राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि हाल के वर्षों में रक्षा उद्योग न केवल आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ा है, बल्कि निर्यात के साथ उस ऊंचाई तक पहुंच गया है जो अब तक संभव नहीं था।

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