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सिधी बस दुर्घटना: 50 यात्रियों की हुई मौत, बाणसागर नहर में गिरी थी सतना जा रही बस

मध्य प्रदेश के सीधी से सतना जा रही बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई जिसमें अब तक कुल 50 यात्रियों की मौत हो चुकी है। बस में 54 यात्री सवार थे। अनियंत्रित होने के कारण बस मंगलवार सुबह बाण सागर नहर में जा गिरी।

By Monika MinalEdited By: Published: Wed, 17 Feb 2021 10:35 AM (IST)Updated: Wed, 17 Feb 2021 10:35 AM (IST)
सिधी बस दुर्घटना: 50 यात्रियों की हुई मौत, बाणसागर नहर में गिरी थी सतना जा रही बस
अनियंत्रित हो बाणसागर नहर में गिरी थी बस

भोपाल, एएनआइ। मध्य प्रदेश के सीधी में मंगलवार को हुई दर्दनाक बस हादसे में 50 यात्रियों की मौत हो गई। यह जानकारी बुधवार को सीधी के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार चौधरी ने दी। दरअसल सीधी से सतना जा रही बस ने 80 किमी का सफर तय कर लिया था इसके बाद अनियंत्रित होने के कारण बाणसागर नहर में गिर गई थी। मिली खबर के अनुसार, नहर में तैरकर कुछ लोगों ने अपनी जान बचाई जिसमें बस का ड्राइवर भी शामिल था। बस में 57 यात्री थे।   जबलानाथ परिहार ट्रेवल्स की इस बस के मालिक कमलेश्वर सिंह हादसे के बाद से फरार है।

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मुख्यमंत्री ने किया मुआवजे का ऐलान

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना पर शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को 5 लाख के मुआवजे का ऐलान किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की मंजूरी दी।

57 लोग थे बस में सवार

दुर्घटनाग्रस्त बस बत्तीस प्लस दो सीटर थी और एएनआइ के अनुसार इसमें 57 लोग सवार थे। इस बस को सुबह पांच बजे रवाना होना था लेकिन यह सुबह तीन बजे रवाना हो गई लेकिन ट्रैफिक के कारण ड्राइवर ने रास्ता बदल दिया था। इस दुर्घटना के बाद वहां राहत और बचाव के काम में एसडीआरएफ सतना के 18, एसडीआरएफ सीधी 10, एसडीआरएफ रीवा 13,एसडीआरएफ सिंगरौली 8, एसडीआरएफ जबलपुर 13 और एसडीआरएफ NDRF 15 जवान तैनात किए गए थे।

उल्लेखनीय है कि इस रुट पर अब तक तीन बड़े हादसे हो चुके हैं। वर्ष 1988 में लिलजी बांध में बस गिरी थी जिसमें 88 यात्रियों की मौत हो गई थी। दूसरी घटना नवंबर 2006 में हुई जिसमें बस गोविंदगढ़ तालाब में जा घुसी थी और 68 यात्रियों की मौत हो गई। इसके बाद अब 2021 में यह दर्दनाक हादसा हुआ।


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