बेटी ने माता-पिता पर लगाया जबरदस्ती मतांतरण का आरोप, 11 लोगों के खिलाफ केस दर्ज
शालिनी ने पुलिस को बताया कि केंद्र पर उसे कुछ लड़कियों के हवाले कर दिया। इन लड़कियों ने उसके साथ मारपीट की और उसे एक हॉल में जबरदस्ती बैठा दिया। मंच पर कुछ लोग गाना गा रहे थे। धर्म स्वतंत्रता अधिनियम-2020 के तहत केस दर्ज किया गया है।
इंदौर, जेएनएन। मध्य प्रदेश के इंदौर के भंवरकुआं क्षेत्र में स्थित एक कथित प्रार्थना केंद्र पर मंगलवार को हंगामा मच गया। एक युवती ने अपने ही माता-पिता पर जबरन मतांतरण करवाने का आरोप लगाया। मतांतरण के इरादे से लोगों को एकत्र करने के मामले में धर्म स्वतंत्रता अधिनियम-2020 के तहत 11 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। नौ आरोपितों को गिरफ्तार कर बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में यह अधिनियम लव जिहाद और जबरन मतांतरण जैसी घटनाओं पर सख्त कानूनी कार्रवाई के लिए अध्यादेश के माध्यम से हाल ही में लागू किया गया है।
हिंदूवादी संगठन ने केंद्र पर पहुंचकर किया हंगामा
पुलिस के मुताबिक, सतप्रकाशन संचार केंद्र पर मंगलवार को हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया। उनका आरोप था कि केंद्र में लोगों को मतांतरण के लिए बुलाया गया है और ईसाई समाज की प्रार्थना करवाई जा रही है। पुलिस अधिकारी भी इस केंद्र पर पहुंचे। यहां सांवेर, राऊ, मांगलिया सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से लोगों को लाया गया था। इनमें एक युवती भी थी जिसे उसके माता-पिता ही लेकर आए थे। पुलिस ने महू निवासी इस 25 वर्षीय युवती शालिनी कौशल की शिकायत पर केस दर्ज किया है। शालिनी ने बताया कि माता-पिता उसे नानी के घर चलने की बात कहकर उसे यहां लाए हैं। वे कुछ लोगों के साथ मिलकर उसका मतांतरण कराना चाहते हैं।
11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
युवती ने मां रानी कौशल, पिता राकेश कौशल के साथ ही रतलाम के गणेश पुत्र रणजीत निनामा, लवीना पुत्र हाविल हटे सिंह, रतलाम के हेमंत पुत्र राधेश्याम धाकड़, शांति पत्नी हेमंत धाकड़, कांता पत्नी राधेश्याम धाकड़, महू के मनीष पुत्र डेविड डावर, पेटलावद के जितेंद्र पुत्र शंकरलाल मेढ़ा, रविन पुत्री मोतीलाल मशी और विपिन पुत्र लोकेश वसुनिया के खिलाफ शिकायत की। पुलिस ने सभी 11 आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर, नौ लोगों को गिरफ्तार कर लिया। रविन और हेमंत फरार हैं। शालिनी ने पुलिस को बताया कि केंद्र पर उसे कुछ लड़कियों के हवाले कर दिया। इन लड़कियों ने उसके साथ मारपीट की और उसे एक हॉल में जबरदस्ती बैठा दिया। मंच पर कुछ लोग गाना गा रहे थे।
युवती ने जताया विरोध
आरोपित कह रहे थे कि तुम जिसकी शरण में आई हो वे सभी समस्याओं का हल कर देंगे। युवती ने बताया कि उसकी तरह कई और युवतियां, महिलाएं व पुरुष थे, जो हिंदू थे और उनके मतांतरण की मंशा से उन्हें यहां लाया गया था। यहां बार-बार आस्था बदलने की बात कही जा रही थी। युवती ने जब वहां से जाने की कोशिश की तो आरोपितों ने रोक दिया और कहा कि यहां आते सब अपनी मर्जी से हैं, लेकिन उनकी मर्जी के बिना कोई बाहर नहीं जा सकता। अभी प्रार्थना चल रही है। युवती ने कहा कि वह हिंदू धर्म में पली बढ़ी है। वह इसके खिलाफ है।