सांसदों को नई खोजों से वाकिफ कराने की पहल
सरकार ने वैज्ञानिक प्रगति और नई खोजों के प्रति लोगों को जागरुक करने की नई पहल शुरू की है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। देश के भीतर हो रही नई खोजों के बारे में आम जनता को पता नहीं होता है। यहां तक कि सांसद भी इससे अनभिज्ञ रहते हैं। सरकार ने वैज्ञानिक प्रगति और नई खोजों के प्रति लोगों को जागरुक करने की नई पहल शुरू की है। इसके तहत वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआइआर) ने शुक्रवार से संसद परिसर में एक विशेष प्रदर्शनी लगाई गई है। उम्मीद है कि बाद में सांसद अपने-अपने क्षेत्र में आम जनता को नई खोजों से अवगत कराएंगे।
प्रदर्शनी में सीएसआइआर की ओर से हाल ही में तैयार की गई मधुमेह रोधी दवा बीजीआर-34 और दूध की जांच की किफायती मशीन क्षीर स्कैनर इसमें आकर्षण के केंद्र में है। पारंपरिक आयुर्वेदिक फार्मूले पर आधारित इस दवा को आधुनिक तरीके से विकसित करने के लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीएसआइआर के वैज्ञानिकों की तारीफ कर चुके हैं। इसी तरह इसरो के उपग्रह, जैव प्रौद्यौगिकी विभाग द्वारा विकसित दवाएं एवं टीके, परमाणु ऊर्जा विभाग के संस्थानों द्वारा विकसित की गई तकनीक भी प्रदर्शनी में शामिल है।
यह प्रदर्शनी मानसून के सत्र के आखिरी दिन 11 अगस्त तक चलेगी। इसमें उद्योग जगत के लोगों को भी आमंत्रित किया गया है ताकि वे उन तकनीकों को बाजार में उतारने में मदद कर सकें जो अभी तक लैब में बंद हैं। इस मौके पर लोकसभाध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि कभी-कभी छोटे आविष्कार भी बहुत महत्वपूर्ण होते हैं और वे लोगों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकते हैं।
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