कोविड-19 की जंग में सीआरपीएफ जवानों का योगदान, मास्क बनाने में कर रहे सहायता
जवानों को जम्मू-कश्मीर को नक्सली क्षेत्रों में एनकाउंटर करते हुए देखा होगा लेकिन अब यह जवान कोरोना वायरस की जंग में शामिल हो गए हैं।
नई दिल्ली, एएनआइ। कोविड-19 ने इस वक्त पूरे देश को एकजुट कर दिया है। इस एकजुटता में सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स के जवान भी शामिल हो गए हैं। आपने इन जवानों को जम्मू-कश्मीर को नक्सली क्षेत्रों में एनकाउंटर करते हुए देखा होगा, लेकिन अब यह जवान कोरोना वायरस की जंग में शामिल हो गए हैं। यह जवान अब मास्क और personal protective equipment बनाने में सहायता प्रदान कर रहे हैं। दिल्ली के राकेपुरम में यह जवान रह रहे हैं।
इसमें से ऐसे ही ऐसे ही एक जवान कांस्टेबल अब्दुल हमीद है, जिनका जन्म जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में हुआ था, और वर्तमान में CRPF के जवानों के लिए निर्माण कार्य में लगे हुए हैं। न्यूज एजेंसी से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि यह उनके और उनकी टीम के सदस्यों के लिए एक अप्रत्याशित चुनौती थी। हामिद ने कहा कि टीम के अन्य सदस्यों के साथ वे एक ब्रेक के बिना, दैनिक आधार पर 40-50 हजार मास्क का निर्माण कर रहे हैं।
इसके साथ ही हामिद ने कहा कि "मैं जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले का रहने वाला हूं और 2006 में सीआरपीएफ में शामिल हुआ था। मुझे जम्मू-कश्मीर सहित विभिन्न क्षेत्रों में तैनात किया गया था, लेकिन मुझे कभी उम्मीद नहीं थी कि मुझे अपने जवानों के लिए सुरक्षा घेरा बनाकर पूरी तरह से अलग लड़ाई लड़नी होगी।"
उन्होंने कहा कि यहां पर हम हम शिफ्ट में काम कर रहे हैं और मास्क बना रहे हैं। हमें इन मास्क को बनाने का बुनियादी प्रशिक्षण मिल गया है और उसके बाद से हम लगातार काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मास्क बनाने के लिए मांग बहुत अधिक है। इसलिए वह इस काम में लगे हुए हैं।
वहीं एक अन्य सीपीआरएफ कांस्टेबल, जो दिल्ली में तैनात होने से पहले छत्तीसगढ़ में तैनात था। उन्होंने नक्सलियों से लड़ने से लेकर कोविड-19 तक के अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि दिल्ली में तैनात होने से पहले वह छत्तीसगढ़ में तैनात थे, जहां उन्होंने नक्सलियों के खत्म किया।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने बताया कि COVID-19 के आंकड़ों में 9279 सक्रिय मामले शामिल हैं, जबकि 1190 रोगियों को ठीक किया गया है और मंगलवार तक छुट्टी दे दी गई है। संक्रमण के कारण होने वाली कुल मौतें 353 हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 2337 पुष्ट मामलों के साथ महाराष्ट्र में देश में सबसे ज्यादा कोविड-19 के मामले हैं इसके बाद दिल्ली में 1510 और तीसरे नंबर पर तमिलनाडु में 1173 मामले हैं।