लॉकडाउन में लोगों के दरवाजे तक तक पहुंच रहे मगरमच्छ, शांति से हो रहे भ्रमित
रतनपुर मुख्य मार्ग पर भी मगरमच्छ के छोटे बच्चे इधर-उधर भटकते देखे गए। अचानक आए इस बदलाव से लोग भी आश्चर्यचकित हैं।
बिलासपुर, राज्य ब्यूरो। लॉकडाउन के कारण शहर और गांवों में शांति छाई हुई है। सड़कों पर न तो लोगों की आवाजाही है और न ही वाहनों का शोर। इससे वन्य प्राणी भ्रमित हो रहे हैं। उन्हें अब अहसास ही नहीं हो रहा है कि उनकी सीमा कहां तक है। किस दायरे के बाद उनको आगे नहीं जाना है। विशेषकर मगरमच्छों पर इसका ज्यादा ही प्रभाव दिख रहा है। यही वजह है कि छत्तीसगढ़ में बिलासपुर के पेंडारी गांव में आबादी में मगरमच्छ पहुंच गया।
गांव में पहले कभी नहीं आया मगरमच्छ
रतनपुर मुख्य मार्ग पर भी मगरमच्छ के छोटे बच्चे इधर-उधर भटकते देखे गए। अचानक आए इस बदलाव से लोग भी आश्चर्यचकित हैं। पेंडारी गांव में इससे पहले कभी मगरमच्छ नहीं आया था। यही कारण है कि यहां के अधिकांश लोगों ने कभी इतने करीब से मगरमच्छ को नहीं देखा था।
मगरमच्छ को देखने के लिए लोगों की भीड़ लगी
बुधवार को लोगों की नींद खुली तो महामाया चौक के पास मालती वस्त्रकार के घर के दरवाजे पर मगरमच्छ देखा गया। कुछ ही देर में यह सूचना गांवभर में फैल गई। इसके बाद मगरमच्छ को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ लग गई। बताते हैं कि पेंडारी के पास एक बड़ा तालाब है। ग्रामीणों का कहना है कि इसी तालाब से निकलकर मगरमच्छ आबादी में घुसे होंगे।
नेचर क्लब के संयोजक मंसूर खान ने कहा कि लॉकडाउन के चलते हर जगह शांति है। इसी कारण जीवजंतु भ्रमित हो रहे हैं। ऐसे में वह स्थान परिवर्तन कर रहे हैं।