तेलंगाना में कोरोना की दूसरी लहर हुई खत्म, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने किया दावा
पूरा देश इस वक्त कोरोना वायरस की दूसरी लहर से लड़ रहा है। ऐसे में तेलंगाना कोरोना की दूसरी लहर से उबर चुका है। प्रदेश स्वास्थ्य विभाग की तरफ से दावा किया गया है कि तेलंगाना ने कोरोना वायरस की दूसरी लहर से जीत हासिल कर ली है।
हैदराबाद, एएनआइ। पूरा देश इस वक्त कोरोना वायरस की दूसरी लहर से लड़ रहा है। पर खबर है कि तेलंगाना कोरोना की दूसरी लहर से उबर चुका है। प्रदेश स्वास्थ्य विभाग की तरफ से दावा किया गया है कि तेलंगाना ने कोरोना वायरस की दूसरी लहर से जीत हासिल कर ली है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में इस समय कोरोना वायरस की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।
राज्य के सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक जी श्रीनिवास राव ने बताया कि ऐसे में कहा जा सकता है कि प्रदेश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर पूरी तरह से खत्म हो चुकी है। उन्होंने बताया कि यदि हम रिपोर्ट किए जा रहे नए मामलों की संख्या, दैनिक सकारात्मकता दर और अस्पताल में भर्ती होने की दर जैसे विभिन्न मापदंडों को देखते हैं तो अब तेलंगाना में कोरोना वायरस पूरी तरह से नियंत्रण में है।
तेलंगाना में कोरोना वायरस की स्थिति
इसके साथ ही जी श्रीनिवास राव ने बताया कि प्रशासन स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से सतर्क है और लोगों को एहतियात बरतने को कहा गया है। बता दें कि तेलंगाना में बुधवार को कोरोना के 424 नए मामले दर्ज किए गए थे। जिसके बाद राज्य में कुल संक्रमित मामलों की संख्या 6,53,626 हो गई है। इसके अलावा रिकवरी रेट और मृत्यु दर 98.35 प्रतिशत और 0.58 है।
कोरोना के बाद अब डेंगू और मलेरिया बीमारियां आई सामने
जी श्रीनिवास ने कहा कि एक तरफ जहां कोरोना वायरस की स्थिति नियंत्रण में रही है वहीं प्रदेश के कुछ जिलों में डेंगू और मलेरिया जैसी मौसमी बीमारियां सामने आ रही हैं। राज्य सरकार ने मलेरिया और डेंगू के मामलों में वृद्धि से निपटने के लिए विभिन्न उपाय शुरू किए हैं। प्रशासन ने लोगों से संक्रमित होने से बचने के लिए एहतियात कदम उठाने का आग्रह किया।
प्रशासन हुआ अलर्ट,घर-घर हो रहा सर्वे
राव ने कहा कि राज्य मलेरिया को खत्म करने की स्थिति में है। उन्होंने बताया कि भद्राद्री-कोठागुडेम और मुलुगु जिलों में इस साल मलेरिया के मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि डेंगू के मामले मुख्य रूप से शहरी क्षेत्रों में देखे जाते हैं, जिनमें से 50 प्रतिशत ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) में सामने आते हैं। राज्य सरकार ने मौसमी बीमारियों के प्रसार को रोकने के लिए लार्वा विरोधी अभियान और अन्य उपाय किए हैं। जीएचएमसी में घर-घर जाकर बुखार का सर्वे किया गया है। अस्पतालों में भी तैयारी तेज कर दी गई है।