Covid Vaccination: केंद्र सरकार ने 44 करोड़ और वैक्सीन की डोज का दिया आर्डर, टीकाकरण में आएगी तेजी
Covid Vaccination नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) और कोरोना टीकाकरण पर गठित उच्चाधिकार समिति के प्रमुख डा. वीके पाल ने कहा कि 44 करोड़ डोज में 25 करोड़ डोज कोविशील्ड की और 19 करोड़ डोज कोवैक्सीन की हैं।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। दिसंबर तक सभी वयस्कों को टीका लगाने के लिए सरकार ने 127.6 करोड़ डोज की व्यवस्था कर ली है। पिछले हफ्ते बायोलाजिल ई को 30 करोड़ डोज का आर्डर देने के बाद सरकार ने कोविशील्ड और कोवैक्सीन की 44 करोड़ डोज का आर्डर बुक कर दिया है। इन सभी डोज की सप्लाई अगस्त से दिसंबर के बीच होगी। इससे पहले, 31 जुलाई तक के लिए सरकार 53.6 करोड़ डोज का आर्डर दे चुकी है। इसमें स्पुतनिक-वी शामिल नहीं है, जिसका रूस से आयात होना शुरू हो चुका है और जुलाई के बाद भारत में बड़े पैमाने पर इसका उत्पादन भी होने लगेगा।
कोविशील्ड की 25 करोड़ और कोवैक्सीन की 19 करोड़ डोज खरीदेगी सरकार
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) और कोरोना टीकाकरण पर गठित उच्चाधिकार समिति के प्रमुख डा. वीके पाल ने कहा कि 44 करोड़ डोज में 25 करोड़ डोज कोविशील्ड की और 19 करोड़ डोज कोवैक्सीन की हैं। उन्होंने कहा कि इसकी कुल कीमत की 30 फीसद राशि एडवांस में सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक को जारी कर दी गई है। केंद्र सरकार ये डोज राज्यों को मुफ्त में उपलब्ध कराएगी।
इसके अलावा 25 फीसद डोज वैक्सीन उत्पादक कंपनियां निजी क्षेत्र को सप्लाई करेंगी, जिन्हें निजी अस्पतालों में पैसे लेकर लिया जा सकेगा। डा. पाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टीकाकरण की नई नीति की घोषणा के बाद टीके के नए सिरे से जरूरत की समीक्षा की जा रही है और उसके अनुरूप नए आर्डर दिए जाएंगे।
टीकाकरण में तेजी की उम्मीद
पाल ने कहा कि अभी टीकाकरण में जायडस कैडिला समेत दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल में चल रही वैक्सीन शामिल नहीं हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले कुछ हफ्ते में जायडस कैडिला की वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति मिल सकती है। इसके बाद टीकाकरण अभियान में उसे भी शामिल किया जाएगा। इसी तरह भारत में बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू होते ही सरकार स्पुतनिक-वी का भी आर्डर करेगी। ध्यान देने की बात है कि सरकार ने इस साल के अंत तक सभी वयस्क भारतीयों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा है।
अगस्त से टीके की कमी नहीं
डा. पाल ने दावा किया कि देश में अगस्त-सितंबर से वैक्सीन की कोई कमी नहीं होगी और लोगों के बड़े पैमाने पर टीकाकरण के लिए नई रणनीति की जरूरत पड़ेगी, जिसमें पोलियो समेत सार्वभौमिक टीकाकरण के अनुभवों का इस्तेमाल किया जाएगा। पोलियो टीकाकरण का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि इसके तहत देश में एक दिन में आठ करोड़ बच्चों को टीका दिया जाता है और अगले छह-सात दिनों में छूट गए लगभग छह करोड़ बच्चों को टीका लगाया जाता है।