Coronavirus: अब पढ़ने को मिलेगी कोरोना वायरस और उसके लड़ने वाले योद्धाओं की कहानी
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के निर्देश पर नेशनल बुक ट्रस्ट ने इस पर काम शुरु कर दिया है। इसके तहत इससे जुड़ी विस्तृत अध्ययन सामाग्री जल्द ही आपकों पढ़ने को मिलेगी।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कोरोना वायरस सहित उससे जुड़ी हर सच्ची कहानी सरकार अब आम लोगों तक पहुंचाने की तैयारी में है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के निर्देश पर नेशनल बुक ट्रस्ट ने इस पर काम शुरु कर दिया है। इसके तहत इससे जुड़ी विस्तृत अध्ययन सामाग्री जल्द ही आपकों पढ़ने को मिलेगी। फिलहाल इस पूरी योजना के तहत इससे लड़ने वाले योद्धाओं ( वारियर्स) के साथ इससे प्रभावित परिवारों, बुजुर्गों, बच्चों व इस दौरान लोगों की पूरी सेवाभाव से मदद करने वालों लोगों की भी कहानी होगी।
मानव संसाधान मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक लोगों को कोरोना को लेकर जागरूक करने और इससे न डरने की भी जानकारी दी जाएगी। साथ ही इससे बचाव के लिए लोगों से एक निश्चित दूरी रखने जैसे सलाह भी शामिल होगी। इस किताब को रूचिकर बनाने के लिए ऐसे परिवारों को भी इनमें जगह दी जाएगी, जो इससे प्रभावित हुए है। साथ ही बचकर भी निकले है। जिसमें इनके द्वारा अपनाए गए तरीके, सलाह औऱ सुझावों को भी जगह दी जाएगी। इसके साथ ही कोरोना से जुड़े शोध और अध्ययन को भी इस अध्ययन श्रृंखला में जगह दी जाएगी।
सरकार ने यह कदम इसलिए भी उठाया है, क्योंकि इस महामारी की रफ्तार भले की आने वाले दिनों में कम होने की संभावना है, लेकिन जल्द ही खत्म होने वाली नहीं है। ऐसे में लोगों को आने वाले दिनों में भी इसे लेकर जागरूक औऱ सतर्क रहना होगा। हालांकि जिस स्तर पर कोरोना से जुड़ी अध्ययन सामग्री को लाने की तैयारी चल रही है, उससे साफ है कि यह सामग्री 21 दिनों के लॉकडाउन के भीतर ही लोगों को पढ़ने के लिए उपलब्ध हो जाएगी। लॉकडाउन में घर में रह रहे लोगों को इस तनाव से बचाने के लिए नेशनल बुक ट्रस्ट ने इससे पहले अपनी सभी प्रमुख किताबों को मुफ्त में आनलाइन लोगों के लिए उपलब्ध कराई है। ऐसे में यह मंत्रालय और एनबीटी का एक और अनूठा प्रयास है।
कोरोना से जुड़ी यह सात किताबें की जा रही है तैयार
कोरोना वायरस के खतरे से लोगों को जागरूक करने के लिए फिलहाल जो किताबे आने वाली है, उनमें कोरोना वायरस से प्रभावित परिवार, बुजुर्ग लोग, माताओं और महिलाओं पर अभिभावकों का विशेष ध्यान, बच्चे औऱ किशोर, प्रोफेशनल्स और वर्कर्स, कोरोना वारियर्स, मेडिकल और आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वाले लोग, दिव्यांगजन और मानसिक चुनौतियों से जूझती जनसंख्या आदि विषयों पर आधारित होंगी। खासबात यह है कि सभी किताबों के लेखक कोरोना वायरस से लड़ने में जुड़ी टीम ही है। जिसमें डाक्टर, वैज्ञानिक, शोधार्थी आदि शामिल है।