टल सकता था सीएसटी ब्रिज हादसा, इन 5 बातों का अगर रखा जाता ख्याल
शिवाजी टर्मिनल मुंबई के व्यस्तम स्टशनों में से एक है। चश्मदीद के अनुसार उस वक्त ब्रिज पर काफी भीड़ थी।
नई दिल्ली जेएनएन। गुरुवार को शाम को मुंबई में शिवाजी टर्मिनल के पास बड़ा हादसा हो गया। ब्रिज गिरने की वजह छह लोगों की मौत हो गई और 33 लोग घायल हो गए। इस घटना के जांच के आदेश दे दिए हैं। 5 ऐसे कारण हैं जिनकी वजह सेे पुल गिरा। इन बातों अगर ख्याल रखा जाता तो इस घटना को टाला जा सकता था।
पुल पर थी भारी भीड़
यह घटना करीब 7.30 पर हुई थी। यह लोगो के ऑफिस से घर आने का समय होता है। आमतौर पर इस समय में रेलवे स्टेशन पर काफी भीड़ होती है। शिवाजी टर्मिनल मुंबई के व्यस्तम स्टशनों में से एक है। चश्मदीद के अनुसार उस वक्त ब्रिज पर काफी भीड़ थी। एक अधिकारी ने बताया कि पुल का उपयोग हजारों लोगों द्वारा किया जाता था।
1984 में बना था पुल
यह पुल काफी पुराना था। लगभग 1984 से में बनाया गया था। जनवरी में कराए गए संरचनात्मक ऑडिट में पुल 'फिट' के रूप में चिह्नित किया गया था। इसका मतलब है कि इसे मामूली मरम्मत की जरूरत थी, लेकिन सवाल ही है कि इतने पुराने पुल का इस्तेमाल क्यों किया जा रहा था? हालांकि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि इस ब्रिज की जांच की गई थी, जिसमें इसे फिट पाया गया था। इस घटना की उच्चस्तरीय जांच होगी।
बरती गई लापरवाही
पुल पर मरम्मत का काम सुबह से भी हो रहा था बावजूद इसको बंद नहीं किया गया। यह एक बड़ी लापरवाही थी। काम के दौरान भीड़ वहीं से गुजर रही थी।
तय नहीं है जिम्मेदारी
इस ब्रिज की मरम्मत की जरूरत थी। जिसकी बात ऑडिट में भी गई है, लेकिन इस बात को लेकर बीएमसी और रेलवे आपस में ही लड़ रहे है। बीएमसी कह रही है कि फुटओवर ब्रिज रेलवे के हिस्से में आता है, तो वहीं रेलवे ने कहा है यह पुल बीएमसी के अधीन आता है। अब प्रश्न यही है कि आखिर यह किसकी जिम्मेदारी थी?
गार्डर पर जंग लगा हुआ था
चश्मदीदों ने बताया कि जो पुल गिरा है उसके गार्डर पर जंग लगा हुआ था। इस बात को अनदेखा किया जा रहा था। इसी वजह से पुल नीचे गिरा। जंग लगने के कारण पुल कमजोर हो रहा था।