गोपनीय दस्तावेज लीक मामले में एक और गिरफ्तार
विदेशी निवेश से संबंधित गोपनीय दस्तावेज लीक करने के आरोप में सीबीआइ ने एक और गिरफ्तारी की है। पहले से गिरफ्तार आरोपियों के बयान व छापे के दौरान मिले दस्तावेजी सुबूतों को देखते हुए जांच एजेंसी ने वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय के एक क्लर्क को गिरफ्तार कर लिया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। विदेशी निवेश से संबंधित गोपनीय दस्तावेज लीक करने के आरोप में सीबीआइ ने एक और गिरफ्तारी की है। पहले से गिरफ्तार आरोपियों के बयान व छापे के दौरान मिले दस्तावेजी सुबूतों को देखते हुए जांच एजेंसी ने वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय के एक क्लर्क को गिरफ्तार कर लिया है।
औद्योगिक नीति व संवर्द्धन विभाग (डीआइपीपी) का यह क्लर्क गोपनीय दस्तावेज वित्तमंत्रालय के आरोपी अधिकारियों को देता था, जो बाद में मुंबई स्थित चार्टर्ड एकाउंटेंट तक पहुंच जाता था।
सीबीआइ के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, डीआइपीपी का क्लर्क दलजीत सिंह शुरू से ही संदेह के घेरे में था। रैकेट के खुलासे के दिन गुरुवार को उससे लंबी पूछताछ हुई थी। लेकिन पुख्ता सबूत नहीं मिलने के कारण उसे छोड़ दिया गया। लेकिन छापे में मुंबई के सीए के दफ्तर से कई दस्तावेज मिले, जो दलजीत सिंह के पास थे।
वित्तमंत्रालय के गिरफ्तार दो अधिकारियों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि ये दस्तावेज दलजीत सिंह ने उन्हें मुहैया कराया था, जिसे उन्होंने मुंबई के सीए को बेच दिया था। इसके एवज में मिले पैसे का एक हिस्सा दलजीत के पास भी पहुंचता था।
सीबीआइ इस मामले में अभी तक छह लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि अंतरराष्ट्रीय सलाहकार कंपनी प्राइस वाटरहाउस कूपर का एक अधिकारी की भूमिका की जांच की जा रही है। वरिष्ठ अधिकारी ने इस मामले में कुछ और लोगों की गिरफ्तारी की आशंका से इंकार नहीं किया है।