फ्री नहीं है कोरोना का इलाज, जानिए निजी अस्पताल में भर्ती हुए पॉजिटिव मरीज तो क्या होगा
सरकारी अस्पतालों के अलावा आप कहीं और इस भरोसे भर्ती हो जाते हैं कि यह महामारी है और इलाज की जिम्मेदारी सरकार की है तो आप गलत हैं।
कुलदीप भावसार/जितेंद्र यादव, इंदौर। कोरोना वायरस का इलाज फ्री नहीं है। सरकारी अस्पतालों के अलावा आप कहीं और इस भरोसे भर्ती हो जाते हैं कि यह महामारी है और इलाज की जिम्मेदारी सरकार की है तो आप गलत हैं। अब तक सिर्फ एक निजी अस्पताल से अनुबंध हुआ है, वह भी यह कि वहां भर्ती होने वाले कोरोना मरीजों का खर्चा सरकार देगी। इसके अलावा अन्य सभी निजी अस्पतालों में पॉजिटिव मरीजों को इलाज का खर्चा खुद ही उठाना होगा।
एक अस्पताल को छोड़कर सभी निजी अस्पताल गैर अनुबंधित
राहत की बात यह है कि अनुबंधित निजी अस्पताल और चिन्हित तीनों सरकारी कोविड अस्पतालों में फिलहाल 900 से ज्यादा पलंग खाली हैं। मरीजों की संख्या अचानक बढ़ती है तो मुसीबत खड़ी हो जाएगी। कोरोना के इलाज को लेकर प्रशासन ने अब तक सिर्फ अरबिंदो अस्पताल से अनुबंध किया है। इसके अलावा अन्य सभी निजी अस्पताल गैर अनुबंधित हैं। यानी पॉजिटिव मरीज इन निजी अस्पतालों में भर्ती होता है तो इलाज का खर्चा उसे खुद ही वहन करना होगा।
सरकार भुगतान की जिम्मेदारी नहीं लेगी। प्रशासन ने हाल ही में इन गैर अनुबंधित निजी अस्पतालों के साथ एक बैठक भी की है। इसमें तय हुआ है कि ये निजी अस्पताल कोरोना के मरीजों से भी सामान्य दिनों की दर पर ही भुगतान वसूल कर सकेंगे। सामान्यत: इन अस्पतालों में जनरल वार्ड में पलंग 200 से लेकर 900 रुपए तक मिलता है। सेमी प्राइवेट और प्राइवेट वार्ड के रेट तो हजारों में होते हैं। इस खर्च के अलावा दवाई और अन्य खर्च अलग से लगेंगे।
चार अस्पतालों में 900 से ज्यादा बेड खाली
शहरवासियों के लिए राहत की बात यह है कि कोरोना के इलाज के लिए अनुबंधित अरबिंदो अस्पताल और तीन सरकारी अस्पताल जिनमें एमटीएच, एमआरटीबी और इंदौर चेस्ट सेंटर शामिल हैं में 920 से ज्यादा पलंग खाली हैं। इनमें सबसे ज्यादा पलंग अरबिंदो के पास हैं। इसके बाद एमटीएच का नंबर है। दिक्कत तब आएगी जब जिला प्रशासन और निगम द्वारा करवाए गए स्क्रीनिंग में हाई रिस्क पर मिले 6013 से ज्यादा लोगों की जांच होगी। आशंका व्यक्त की जा रही है कि इनमें से 15 प्रतिशत भी पॉजिटिव निकल गए तो शहर में संक्रमित मरीजों की संख्या सवा दो हजार के लगभग पहुंच जाएगी। ऐसे में मरीजों को गैर अनुबंधित निजी अस्पतालों की शरण लेना होगी। ऐसा हुआ तो इंदौरियों की जेब पर तगड़ा फटका लगेगा।
किस अस्पताल में कितने बेड खाली
अस्पताल कुल बेड खाली बेड
अरबिंदो 1156 756
एमटीएच 300 145
चेस्ट सेंटर 70 15
एमआरटीबी 400 5