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कोरोना के कम असर वाले मरीजों को आसानी से मिलेगी छुट्टी, केवल गंभीर रोगियों की ही होगी जांच

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अस्‍पताल से डिस्‍चार्ज किए जाने वाले कोरोना के मरीजों के लिए नई गाइडलाइन जारी की है। जाने नई गाइडलाइन में क्‍या है खास...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sat, 09 May 2020 10:47 PM (IST)Updated: Sun, 10 May 2020 06:28 AM (IST)
कोरोना के कम असर वाले मरीजों को आसानी से मिलेगी छुट्टी, केवल गंभीर रोगियों की ही होगी जांच
कोरोना के कम असर वाले मरीजों को आसानी से मिलेगी छुट्टी, केवल गंभीर रोगियों की ही होगी जांच

नई दिल्ली, पीटीआइ। कोरोना मरीजों को अस्पताल से छुट्टी देने की अपनी नीति में संशोधन करते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि अब गंभीर मरीजों और कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले रोगियों की ही आरटी-पीसीआर प्रक्रिया से जांच होगी। जबकि संक्रमण के कम असर वाले, मध्यम असर वाले और प्री सिम्टोमैटिक मामलों में मरीज को छुट्टी देने से पहले जांच की अब जरूरत नहीं रहेगी।

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अब तक था यह नियम 

अब तक लागू नियमों के अनुसार, एक मरीज की 14वें दिन और उसके 24 घंटे अंतराल के बाद रिपोर्ट निगेटिव होने पर ही अस्पताल से छुट्टी मिलती थी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, संशोधित नीति तीन स्तरीय कोविड अस्पतालों में लागू दिशानिर्देशों के अनुरूप बनाई गई है।

इन्‍हें मिलेगी आरटी-पीसीआर जांच के बाद छुट्टी 

परिवर्तित नीति में कहा गया है कि कोरोना के गंभीर मरीजों जिनमें कमजोर प्रतिरोधक क्षमता के एएचआइवी रोगी, अंग प्रत्यारोपण कराने वाले और कैंसर जैसे लक्षण वाले मरीज होंगे उन्हें आरटी-पीसीआर से एक बार निगेटिव जांच रिपोर्ट मिलने के बाद छुट्टी दी जाएगी।

इन मरीजों को 10 दिनों में मिलेगी छुट्टी 

मध्यम तीव्रता के मरीजों के शरीर के तापमान और शरीर को आक्सीजन की जरूरत की क्षमता को परखा जाएगा। मरीज का बुखार यदि तीन दिन में उतर जाता है और अगले चार दिन तक (ऑक्सीजन की सहायता के बिना) 95 प्रतिशत से ऊपर संतृप्ति बनाए रखता है तो इस तरह के रोगी को दस दिन में छुट्टी मिल जाएगी। 

एक हफ्ते आइसोलेशन में रहना होगा 

मध्यम तीव्रता के मरीजों के मामले में नजर रखी जाएगी कि उन्हें फिर से तेज बुखार या सांस लेने में दिक्कत तो नहीं हो रही है। इस तरह का कोई लक्षण सामने न आने पर उन्हें फिर से जांच कराने की जरूरत नहीं होगी। ऐसे मरीजों को दिशा निर्देश के अनुसार सात दिन के लिए घर में आइसोलेशन का पालन करना पड़ेगा।

क्लीनिकल लक्षणों के ठीक होने पर होंगे डिस्‍चार्ज 

वे मरीज जिन्हें ऑक्सीजन की जरूरत पड़ी लेकिन उनकी तकलीफ कम तीव्रता की थी और जिनका बुखार तीन दिन में ठीक नहीं हुआ और आगे ऑक्सीजन की जरूरत महसूस हो रही है तो उन्हें क्लीनिकल लक्षणों के ठीक होने के बाद ही छुट्टी दी जाएगी। लगातार बिना आक्सीजन के तीन दिन गुजारने के बाद ही ये छोड़े जा सकेंगे।

हल्‍के मरीजों को 10 दिन में छुट्टी 

कोविड के विशेष अस्पतालों में भर्ती हल्के, बहुत हल्के और पूर्व-रोगसूचक मामलों के मरीजों की नियमित तापमान लेने और नब्ज की निगरानी जारी रहेगी। ऐसे मरीजों को लक्षण प्रकट होने के दिन से 10 दिन बाद छुट्टी मिल जाएगी। हालांकि इन मरीजों को घर में 14 दिन आइसोलेशन की सलाह दी जाएगी।

1075 पर संपर्क करना होगा

कोविड केयर सेंटर से छुट्टी देने के पूर्व किसी समय यह पाया गया कि मरीज में ऑक्सीजन संतृप्ति 95 प्रतिशत से कम हो जाती है, तो उसे कोविड का इलाज करने वाले विशेष अस्पताल में ले जाया जाएगा। छुट्टी के बाद, यदि किसी मरीज में फिर से बुखार, खांसी या सांंस लेने में कठिनाई के लक्षण विकसित होते हैं, तो उसे कोविड केयर सेंटर, राज्य हेल्पलाइन नंबर या 1075 पर संपर्क करना होगा। ऐसे मरीज की 14वें दिन टेलीकांफ्रेंस से उसके स्वास्थ्य का हाल जाना जाएगा।


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