Coronavirus: हेरात-जलालाबाद से भारत ने कर्मचारियों को भेजा काबुल
Coronavirus अफगानिस्तान की बहुत बड़ी सीमा ईरान से लगती है जहां कोरोना वायरस ने कहर बरपा रखा है और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग वहां से लौट रहे हैं।
नई दिल्ली, प्रेट्र। अफगानिस्तान में भी कोरोना वायरस का तेजी से प्रसार हो रहा है। इसको देखते हुए भारत ने हेरात और जलालाबाद में अपने वाणिज्य दूतावास से राजनयिकों और कर्मचारियों को काबुल भेज दिया है। अफगानिस्तान की बहुत बड़ी सीमा ईरान से लगती है, जहां कोरोना वायरस ने कहर बरपा रखा है और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग वहां से लौट रहे हैं।
सरकारी सूत्रों ने बताया कि एहतियात के तौर पर इन दोनों वाणिज्य दूतावासों से सभी भारतीय कर्मचारियों को काबुल भेजा गया है। हेरात और जलालाबाद में चिकित्सा सुविधाएं भी बेहतर नहीं हैं। इसको देखते हुए भी भारत ने अपने कर्मचारियों को वहां से हटाने का फैसला किया। अफगानिस्तान सरकार के मुताबिक कोरोना वायरस से वहां 110 लोग संक्रमित हुए हैं। लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक वास्तविक संख्या बहुत ज्यादा है, क्योंकि वहां के कई प्रांतों में न तो लैब है और न ही जांच की सुविधा ही मौजूद है।
अफगानिस्तानी मीडिया के मुताबिक कोरोना वायरस से संक्रमित होने वालों में दो विदेशी राजनयिक और नाटो के चार अधिकारी भी शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि काबुल में भी भारतीय राजनयिकों और सभी कर्मचारियों से वायरस से बचाव के लिए सभी एहतियाती कदम उठाने को कहा गया है। इसमें ड्यूटी में कटौती भी शामिल है।
गौरतलब है कि हेरात प्रांत की सीमा भी ईरान से लगती है। इसके अलावा ईरान में कोरोना वायरस का प्रकोप फैलने के बाद से बड़ी संख्या में अफगानी वहां से लौट भी रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक ईरान में कोरोना वायरस से अब तक ढाई हजरा से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 35 हजार से ज्यादा संक्रमित हुए हैं।
अफगानी मीडिया के मुताबिक कोरोना वायरस से संक्रमित होने वालों में दो विदेशी राजनयिक और नाटो के चार अधिकारी भी शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि काबुल में भी भारतीय राजनयिकों और सभी कर्मचारियों से वायरस से बचाव के लिए सभी एहतियाती कदम उठाने को कहा गया है।