Coronavirus : चीन से मलेशिया के रास्ते बिना जांच ग्वालियर पहुंचा परिवार, बच्चे की तबीयत बिगड़ी, हड़कंप
चीन में रहने वाला एक परिवार गुपचुप ग्वालियर लौट आया है। परिवार 20 फरवरी को मलेशिया के रास्ते भारत पहुंचा था। अब परिवार में एक बच्चे की तबियत बिगड़ने से हड़कंप मच गया है।
ग्वालियर, जेएनएन। मध्य प्रदेश में शुक्रवार को ग्वालियर प्रशासन के उस वक्त हाथ पांव फूल गए जब उन्हें पता चला कि चीन में रहने वाला ग्वालियर का एक परिवार गुपचुप लौट आया है। बच्चे को भी सर्दी है और परिवार सैंपल भी नहीं देना चाहता है। आखिरकार, प्रशासन ने पूरे परिवार को घर में ही आइसोलेट कर दिया गया है। उधर, रात तक मनुहार चलती रही तब परिवार ने कहा कि वह शनिवार को सैंपल देगा।
ग्वालियर का यह परिवार चीन के शंघाई शहर में नौकरी करता है। चीन में बीमारी फैलने के बाद फरवरी में भारत ने चीन से आने वालों पर सख्ती कर दी थी। इस पर यह परिवार 20 फरवरी को मलेशिया के रास्ते भारत पहुंचा। मलेशिया से आने के कारण दिल्ली एयरपोर्ट पर इनकी स्क्रीनिंग नहीं हुई। परिवार रेल मार्ग से शहर आ गया। पिछले 20 दिन से पूरा परिवार घर पर रह रहा था, लेकिन जब से परिवार चीन से लौटा है, उनके 15 माह के बच्चे की सर्दी की बीमारी ठीक नहीं हो रही है।
शुक्रवार को माता-पिता बच्चे को लेकर शासकीय माधव डिस्पेंसरी की ओपीडी पहुंचे। वहां बच्चे और परिवार की ट्रेवल हिस्ट्री पता चली। इसके बाद बच्चे को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर प्रशासन को सूचना दी गई। दो सीनियर और दो जूनियर डॉक्टरों की ड्यूटी लगा दी गई। परिजन बच्चे को भर्ती नहीं करना चाहते थे। इसलिए वह बच्चे को घर ले जाने की जिद करने लगे। जब डॉक्टरों ने रोका तो परिजन अभद्रता करने लगे और दोपहर दो बजे बच्चे को लेकर घर चले गए।
घबराए प्रशासनिक अधिकारियों ने आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग की टीम को उनके घर भेजा। पहले तो परिवार ने टीम को घर में घुसने नहीं दिया। काफी समझाने के बाद बाद उनके घर में दवा का छिड़काव किया गया। अब शनिवार को बच्चे का सैंपल लिया जाएगा, जिसकी जांच पुणे में होगी। बच्चे के माता-पिता पूरी तरह स्वस्थ बताए गए हैं।
ग्वालियर के मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसके वर्मा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम बच्चे की जांच करने के लिए उसके घर पहुंची थी। जहां पर बच्चे को आइसोलेशन में रखा गया है। साथ ही घर में दवा का छिड़काव भी करवाया है। परिवार 20 फरवरी को चीन के शंघाई शहर से लौटा है। वहीं गजरा राजा मेडिकल कॉलेज ग्वालियर के प्रभारी डीन डॉ. सरोज कोठारी ने कहा कि परिजन बच्चे को लेकर ओपीडी में आए थे। उसे आइसोलेशन वार्ड में रखा भी लेकिन परिजन डॉक्टरों से अभद्रता करके बच्चे को लेकर चले गए।