कोविड टीकाकरण के परिवहन मॉड्यूल को सरकार ने दिया अंतिम रूप, जानें कौन-कौन से होंगे मिनी हब
भारत सरकार ने कोरोना वैक्सीन के मॉड्यूल के परिवहन को अंतिम रूप दिया है। संकेत दिए गए पुणे मुख्य केंद्र होगा जहां से वैक्सीन का वितरण होगा। यात्रियों के विमान को वैक्सीन को ले जाने की अनुमति होगी।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। सरकार ने कोरोना टीकों के हवाई परिवहन के लिए एक विस्तृत मसौदा तैयार किया है। देश के विभिन्न हिस्सों में वैक्सीन की आवाजाही आज या कल से शुरू होने की संभावना है। इस बारे में सरकारी सूत्रों ने कहा कि देश भर में टीके के परिवहन के लिए एक आम मसौदा तैयार किया गया है। इसे जल्द ही शेयर होल्डर्स के साथ साझा किया जाएगा। वैक्सीन का परिवहन आज या कल से शुरू होने की संभावना है।
मुख्य केंद्र होगा पुणे
भारत सरकार ने कोरोना वैक्सीन के मॉड्यूल के परिवहन को अंतिम रूप दिया है। संकेत दिए गए पुणे मुख्य केंद्र होगा, जहां से वैक्सीन का वितरण होगा। सीरम इंस्टीट्यूट का ऑफिस पुणे में है। यात्रियों के विमान को वैक्सीन को ले जाने की अनुमति होगी। चूंकि पुणे हवाई अड्डा भारतीय वायुसेना के अधीन है, वे भी इसका एक हिस्सा होंगे।
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सरकार ने कोरेाना वैक्सीन के परिवहन के लिए देश में कई मिनी हब बनाए हैं। सूत्रों ने कहा कि देश भर में कुल 41 गंतव्यों (हवाई अड्डों) पर टीके की डिलीवरी के लिए अंतिम रूप दिया गया है। विमानन मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि उत्तर भारत में दिल्ली और करनाल को मिनी हब बनाया जाएगा। वैक्सीन के वितरण के लिए पूर्वी क्षेत्र में कोलकाता और गुवाहाटी मिनी हब होंगे। पूर्वोत्तर के लिए गुवाहाटी नोडल प्वाइंट होगा। चेन्नई और हैदराबाद दक्षिणी भारत के लिए नामित प्वाइंट होंगे।
स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ कई शेयरहोल्डर्स, नागरिक उड्डयन मंत्रालय, कार्गो और हवाई अड्डे के ऑपरेटरों के साथ एक आंतरिक बैठक पहले ही राष्ट्र भर में कोरेाना टीकों के परिवहन के संबंध में हो चुकी है। ज्ञात हो कि पिछले सप्ताह देश के ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने भारत बायोटेक के कोवैक्सिन और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के कोविशिल्ड को आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दी, कोविशिल्ड वैक्सीन को एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित किया गया है।