Corona Vaccine: फाइजर-बायोएनटेक की कोरोना वैक्सीन ने बढ़ाई उम्मीद, विकसित किए टी-सेल
वैक्सीन ने शरीर में प्रतिरोध क्षमता बढ़ाने के साथ ही संक्रमण को मारने वाले टी-सेल यानी व्हाइट ब्लड सेल विकसित किए हैं।
बेंगलुरु, रायटर। जर्मनी की जैवप्रौद्योगिकी कंपनी बायोएनटेक और अमेरिका की दवा उत्पादक फाइजर इंक ने सोमवार को कहा कि उनकी कोरोना वैक्सीन को भी इंसानों पर दूसरे प्रारंभिक परीक्षण में सफल पाया गया है। दोनों ने शरीर में प्रतिरोध क्षमता बढ़ाने के साथ ही संक्रमण को मारने वाले टी-सेल यानी व्हाइट ब्लड सेल विकसित किए हैं। पहले प्रारंभिक परीक्षण में इसी के लक्षण मिले थे।
जर्मनी में 60 स्वस्थ लोगों पर वैक्सीन का परीक्षण किया। जिन लोगों को इसकी दो खुराक दी गई, उनके शरीर में एंटीबॉडी विकसित हुई, जैसा कि अमेरिका में पहले प्रारंभिक परीक्षण में विकसित हुए थे।
बड़े पैमाने पर परीक्षण की योजना के बारे में दोनों कंपनियों ने कहा कि वो इस महीने के अंत में 30 हजार लोगों पर इस वैक्सीन के प्रभाव का परीक्षण करेंगी। जर्मनी के परीक्षण में पाया गया है कि वैक्सीन ने कोरोना वायरस के खिलाफ उच्च स्तर पर टी-सेल विकसित की है। टी-सेल बाहरी वायरस के खिलाफ लड़ने वाले प्रतिरोध प्रणाली का अहम घटक है।
मिजोहू के विश्लेषक वमिल दिवान ने कहा, 'आज के डाटा से पहली बार पाया गया है कि यह वैक्सीन टी-सेल विकसित करती है, जो कोरोना वायरस के खिलाफ प्रतिरोध क्षमता लंबे समय तक बनाए रख सकती है।'