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Corona Updates: कोरोना का नया स्ट्रेन है शक्तिशाली, फेफड़ों में तेजी से हमला कर रहा वायरस, रहें सावधान

पहली लहर का कोरोना पूरे फेफड़े को जहां दस दिन में संक्रमित कर पा रहा था वहीं अब दो-तीन दिन में ही संक्रमित कर दे रहा है। इस बार संक्रमण दर भी तीन गुना बढ़ी है। इस बार यह आंकड़ा आठ-नौ का है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Tue, 13 Apr 2021 10:12 PM (IST)Updated: Tue, 13 Apr 2021 10:12 PM (IST)
दूसरी लहर का कोरोना वायरस फेफड़ों पर तेजी से हमला कर रहा है।

नई दिल्ली, जागरण टीम। दूसरी लहर का कोरोना वायरस फेफड़ों पर तेजी से हमला कर रहा है। पहली लहर का कोरोना पूरे फेफड़े को जहां दस दिन में संक्रमित कर पा रहा था, वहीं अब दो-तीन दिन में ही संक्रमित कर दे रहा है। इस बार संक्रमण दर भी तीन गुना बढ़ी है। पहले एक संक्रमित व्यक्ति से तीन लोग पाजिटिव हो रहे थे, इस बार यह आंकड़ा आठ-नौ का है। दूसरी लहर के दिख रहे इन बदलावों पर गोरखपुर मेडिकल कालेज के टीबी एवं चेस्ट रोग विभागाध्यक्ष डा. अश्विनी मिश्र ने अध्ययन शुरू किया है। डा. मिश्र ने कहा, कोरोना का नया स्ट्रेन अधिक शक्तिशाली है, इसलिए पूरी सावधानी बरतें। 

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कोरोना के नए स्ट्रेन से हो रहे बदलाव को जानने के लिए बीआरडी में अध्ययन शुरू 

छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की डायरेक्टर डा. प्रियंका शुक्ला का भी कहना है कि इस बार कोविड-19 के लक्षण अलग हैं। अधिकतर मरीजों में डायरिया, पेट दर्द व बुखार के लक्षण देखे जा रहे हैं। मरीज इन लक्षणों के बावजूद बहुत देर से टेस्ट करा रहे हैं। लोगों से आग्रह किया है कि ऐसे किसी भी लक्षण पर तत्काल टेस्ट कराएं। बताया कि छत्तीसगढ़ में पिछले तीन दिनों (नौ से 12 अप्रैल) में करीब 19 लोगों की मौत अस्पताल पहुंचने से पहले हो गई। 

नए स्ट्रेन में कई बड़े बदलाव

गोरखपुर मेडिकल कालेज में भर्ती कोरोना संक्रमितों पर अध्ययन कर रहे डाक्टरों का कहना है कि हम अभी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे हैं, लेकिन यह जरूर है कि कोरोना के नए स्ट्रेन से कई बड़े बदलाव हुए हैं। 2020 में मिले संक्रमित में दो-तीन फीसद के ही फेफड़े पूरी तरह खराब हुए थे। इसके बारे में पता भी तब चला, जब सांस लेने में परेशानी हुई। एक्सरे व अन्य जांच से फेफड़े सिकुड़ने का पता चला। दूसरी लहर में ऐसे मरीजों की संख्या करीब 10 फीसद है। वहीं, तीस फीसद मरीज ऐसे हैं, जिनके फेफड़े केवल दो-तीन दिन में पूरी तरह संक्रमित हो जा रहे हैं।

लक्षण कोरोना के, रिपोर्ट निगेटिव

कोरोना संक्रमण के भरपूर लक्षण के बाद भी एंटीजन व रीयल टाइम पालीमरेज चेन रिएक्शन (आरटीपीसीआर) रिपोर्ट निगेटिव आ रही है। गोरखपुर के बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में ऐसे मरीजों के लिए बनाए गए विशेष वार्ड में 40 मरीज भर्ती हैं। कई मरीजों में लक्षण गंभीर हैं। उन्हें 14 दिन तक विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी जा रही है। 

दूसरी लहर की चपेट में चार गुना अधिक बच्चे

कोरोना की दूसरी लहर में लापरवाही की वजह से बच्चे और युवा ज्यादा चपेट में आ रहे हैं। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े के अनुसार अकेले रायपुर में एक अप्रैल से 10 अप्रैल के बीच 10 वर्ष तक की आयु वाले 825 कोरोना पीड़ित सामने आए, जबकि 11 से 20 वर्ष की आयु वर्ग के 1994 पीडि़त सामने आए हैं। यह पिछले वर्ष के मुकाबले चार गुना है। शिशु रोग विशेषज्ञ डा. रिमझिम श्रीवास्तव का कहना है कि संक्रमण का दूसरा फेज ज्यादा खतरनाक है। बच्चों में इसके लक्षण भी आसानी से समझ भी नहीं आ रहे। 

दूसरी लहर में कोरोना के प्रमुख लक्षण

-हल्का बुखार, सूखी खांसी, थकान, आंखों का लाल होना, सिर दर्द, गंध नहीं आना, सीने में दर्द, सांस लेने में दिक्कत

-उल्टी-दस्त, पेट में ऐंठन, त्वचा पर जलन, डायरिया, बहती हुई नाक और अपच

गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज के टीबी एवं चेस्ट रोग विभाग के अध्यक्ष डा. अश्विनी मिश्रा ने कहा कि कोरोना का नया स्ट्रेन फेफड़ों को तेजी से संक्रमित कर रहा है। हल्के लक्षण भी हों तो जांच करा लें। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी डाक्टर की सलाह लें। समय पर इलाज होने से संक्रमण नहीं फैलेगा और किसी तरह का नुकसान नहीं होगा। 


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