कोरोना सैंपल जांच में भारत की स्थिति में सुधार, प्रतिदिन सैंपल टेस्ट की क्षमता पहुंची चार लाख
कभी कोरोना मुक्त रहे पूर्वोत्तर के राज्यों में भी संक्रमण बढ़ने लगा है। असम में आयुक्त और सचिव स्तर के अधिकारी भी कोरोना की चपेट में आए हैं।
जेएनएन, नई दिल्ली। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बेहद अहम माने जाने वाले सैंपल जांच के क्षेत्र में भारत की स्थिति लगातार सुधर रही है। मंगलवार को पहली बार देश में एक दिन के भीतर तीन लाख से ज्यादा नमूनों का परीक्षण किया गया। प्रतिदिन कोरोना के नमूनों की जांच करने की क्षमता भी बढ़कर करीब चार लाख तक पहुंच गई है।
देश में अब प्रति 10 लाख आबादी पर 8,994.7 जांच
प्रति 10 लाख आबादी पर जांच की संख्या भी 8994.7 हो गई है। हालांकि, पिछले चौबीस घंटे के दौरान रिकॉर्ड संख्या में नए मामले भी मिले हैं और करीब छह सौ लोगों की जान भी गई है।
रोजाना नमूनों की जांच क्षमता बढ़कर पहुंची चार लाख
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) के विज्ञानी एवं मीडिया कोऑर्डिनेटर डॉ. लोकेश शर्मा ने बताया कि मंगलवार को कुल 3,20,161 नमूनों का परीक्षण किया गया। 24 घंटे में कोरोना सैंपल जांच की यह सबसे बड़ी संख्या है। अब तक 1,24,12,664 सैंपल का टेस्ट किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि 25 मई को रोजाना नमूनों की जांच क्षमता 1.5 लाख थी जो अब बढ़कर करीब चार लाख पर पहुंच गई है।
प्रयोगशालाओं की संख्या बढ़कर 1,223 हुई
अधिकारियों ने बताया कि प्रयोगशालाओं की संख्या में वृद्धि से रोजाना नमूनों की जांच क्षमता बढ़ी है। कोरोना जांच करने वाली प्रयोगशालाओं की संख्या बढ़कर 1,223 हो गई है, जिसमें 865 सरकारी और 358 निजी प्रयोगशालाएं शामिल हैं। इसके अलावा आरटी पीसीआर टेस्ट, ट्रूनैट टेस्ट और सीबीएनएएटी टेस्ट भी हो रहे हैं। देश में कोरोना जांच करने वाली प्रयोगशालाओं की संख्या में बढ़ोत्तरी अद्भुत है। जनवरी, 2020 में सिर्फ एक प्रयोगशाला थी, मार्च में उनकी संख्या बढ़कर 121 हुई और अब 1,223 हो गई है।
चौबीस घंटे के दौरान 29,429 नए मामले सामने आए
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से बुधवार को सुबह आठ बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले चौबीस घंटे के दौरान 29,429 नए मामले सामने आए और 582 लोगों की मौत हो गई। कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़कर 9,36,181 हो गई है और अब तक 24,309 लोगों की जान भी जा चुकी है। लगातार चौथे दिन 28 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। अब तक 5,92,031 मरीज पूरी तरह से स्वस्थ भी हुए हैं और सक्रिय मरीज 3,19,840 रह गए हैं। इस तरह मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 63.24 फीसद हो गई है।
मरीजों की संख्या बढ़कर 9,52,928 हो गई
वहीं, राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों से शाम सात बजे तक मिले आंकड़ों के मुताबिक मंगलवार देर रात से अब तक 21,827 नए मामले सामने आए हैं और मरीजों की संख्या बढ़कर 9,52,928 हो गई है। अब तक 5,95,101 मरीज पूरी तरह से ठीक हुए हैं और सक्रिय मरीज 3,33,113 रह गए हैं। अब तक 24,714 लोगों की मौत भी हो चुकी है। बुधवार को भी 454 मौतें हुईं, जिसमें सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में 233, तमिलनाडु में 68, आंध्र प्रदेश में 44, दिल्ली में 41, उत्तर प्रदेश में 29, बंगाल में 20, पंजाब में आठ, ओडिशा, राजस्थान व पुडुचेरी में तीन-तीन और केरल व चंडीगढ़ में एक-एक मौत शामिल है।
स्वास्थ्य मंत्रालय और अन्य स्त्रोतों से मिले आंकड़ों में अंतर राज्यों से केंद्र को सूचनाएं मिलने में देरी है। इसके अलावा कई एजेंसियां सीधे राज्यों से आंकड़े लेकर जारी करती हैं।
महाराष्ट्र में फिर बढ़े मामले
महाराष्ट्र में दो दिनों के बाद एक बार फिर नए मामले बढ़े हैं। राज्य में 7,975 मामले सामने आए और मरीजों की संख्या बढ़कर 2,75,640 हो गई। अब तक 10,928 लोगों की मौत भी हो चुकी है। मृतकों में महाराष्ट्र पुलिस के 82 कर्मचारी भी हैं। करीब साढ़े छह हजार पुलिसकर्मी संक्रमित हुए हैं। अब तक डेढ़ लाख से ज्यादा मरीज स्वस्थ भी हुए हैं। पुडुचेरी में 67 नए मामलों के साथ मरीजों की संख्या 1,596 हो गई है।
राजधानी दिल्ली में लगातार सुधार
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में तेजी से हालात सुधरते नजर आ रहे हैं। राज्य में 1,647 नए मामले सामने आए हैं और 41 लोगों की मौत हुई है, लेकिन इस दौरान करीब ढाई हजार मरीज स्वस्थ भी हुए हैं। एक समय ऐसा भी आया था कि चार हजार के करीब मामले सामने आ रहे थे और सौ से ज्यादा कुछ कम लोगों की रोज मौत हो रही थी। दिल्ली में अब तक 1,16,931 मामले सामने आ चुके हैं।
तमिलनाडु-केरल में विस्फोटक स्थिति
दक्षिण भारत के राज्यों में कोरोना की स्थिति विस्फोटक होते जा रही है। तमिलनाडु में तो तेजी से मामले बढ़ रही रहे थे। तीसरे चरण में केरल में भी हालात गंभीर होते जा रहे हैं। तमिलनाडु में 4,496 नए मामले और संक्रमितों का आंकड़ा 1,51,820 पर पहुंच गया। हालांकि, इस दौरान 5000 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी भी मिली है। राज्य में लगातार नए मामलों से ज्यादा ठीक होने वाले मरीजों की संख्या सामने आ रही है। केरल में रिकॉर्ड 623 नए केस के साथ मरीजों की संख्या 9,553 पर पहुंच गई। आंध्र प्रदेश में भी रिकॉर्ड 2,432 नए केस सामने आए हैं। राज्य में अब तक 35,451 मरीज मिल चुके हैं। 452 लोगों की अब तक जान भी जा चुकी है।
उत्तर प्रदेश में भी बढ़े मामले
उत्तर प्रदेश में भी 1,659 नए मामले मिले हैं और कोरोना पॉजिटिव पाए गए लोगों की संख्या 41,383 हो गई है। राज्य में अब तक 1,012 लोगों की मौत भी हो चुकी है। राजस्थान में 235 नए केस मिले हैं और मरीजों की संख्या 25,806 हो गई है। ओडिशा में 618 नए केस के साथ अब तक 14,898, बंगाल में 1589 नए केस साथ 34,427, पंजाब में 288 नए मामलों के साथ 8,799, चंडीगढ़ में 19 नए मामलों के साथ 619 और लद्दाख में 14 नए मरीजों के साथ कुल 1,142 मामले सामने आ चुके हैं।
पूर्वोत्तर के राज्यों में भी बढ़ा प्रकोप
कभी कोरोना मुक्त रहे पूर्वोत्तर के राज्यों में भी संक्रमण बढ़ने लगा है। असम में पिछले दो तीन दिनों के दौरान आयुक्त और सचिव स्तर के अधिकारी भी कोरोना की चपेट में आए हैं। राज्यपाल के सचिव एसएस मीनाक्षी सुंदरम, उनकी मां और पत्नी भी संक्रमित पाए गए हैं। राज्य में अब तक 10 हजार से ज्यादा संक्रमित सामने आ चुके हैं। त्रिपुरा में भी अब तक 2,184 संक्रमित मिल चुके हैं। इसी तरह अरुणाचल प्रदेश में अब तक 462, सिक्किम में 209 और नगालैंड में 902 मामले अब तक सामने आए हैं।