कोरोना संकट के बीच मिजोरम में 168 चर्च ने कहा- हमारे हॉल को बनाएं क्वारंटाइन सेंटर
मिजोरम में राज्य के 168 चर्च ने कहा कि उनके हॉल को क्वारंटाइन सेंटर के रूप में उपयोग किया जा सकता है।
आइजल, पीटीआइ। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और मरीजों की देख-रेख में कई समास्याएं सामने आ रही हैं। इस बीच मिजोरम में राज्य के 168 चर्च ने कहा कि उनके हॉल को क्वारंटाइन सेंटर के रूप में उपयोग किया जा सकता है। राज्य में इस समय 20 हजार लोगों को क्वारंटाइन करने की जरूरत है और सरकार के पास इतनी जगह नहीं है। ऐसे में चर्च लोगों की मदद के लिए सामने आए हैं।
मिजोरम सरकार इन दिनों क्वारंटाइन सेंटर की कमी से जूझ रही है। क्वारंटाइन सुविधाओं की अध्यक्ष एस्थर लाल रुत्किमी ने कहा कि मिजोरम में क्वारंटाइन सेंटर्स की कमी महसूस की जा रही है, क्योंकि बड़ी संख्या में लोग देश के विभिन्न हिस्सों से राज्य में लौट रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार और चर्चों ने अब तक 14,358 लोगों को रखने के लिए 500 से अधिक क्वारंटाइन सेंटर स्थापित किए हैं। राज्य सरकार को कम से कम 20,000 लोगों के लिए क्वारंटाइन सुविधा की आवश्यकता है।
टास्क ग्रुप की चेयरपर्सन ने कहा कि प्रेस्बिटेरियन चर्च, मिजोरम के बैपटिस्ट चर्च (बीसीएम), साल्वेशन आर्मी (एसए), लैराम इसुआ क्रिस्टा बपतिस्मा कोहरान, इवेंजेलिकल चर्च ऑफ मारालैंड, यूनाइटेड पेंटेकोस्टल जैसे विभिन्न संप्रदायों के कम से कम 168 चर्च और यूनाइटेड पेंटेकोस्टल चर्च (मिजोरम) ने अपने हॉल को क्वारंटाइन सुविधाओं के रूप में इस्तेमाल करने की पेशकश की है। उन्होंने बताया कि देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे 10,000 से अधिक लोग अभी राज्य में लौटेंगे। ऐसे में और क्वारंटाइन सेंटर्स की जरूरत पड़ेगी। उन्होंने चर्च, गांव या स्थानीय स्तर के कार्य बलों, गैर सरकारी संगठनों और अन्य संगठनों को सरकार की मदद करने के लिए धन्यवाद दिया।
बता दें कि मिजोरम में अभी कोरोना वायरस संक्रमण का सिर्फ एक मामला है। हालांकि, दूसरे राज्यों से लौट रहे लोगों के आने से संक्रमण के मामले बढ़ने की आशंका है। ऐसे में राज्य सरकार पहले से ही इंतजाम करने में जुट गई है। गौरतलब है कि भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या 151767 पहुंच गई है। वहीं, मरनेवालों का आंकड़ा 4337 हो गया है। हालांकि, 64426 लोग इस जानलेवा वायरस की गिरफ्त से निकलकर पूरी तरह से ठीक भी हो चुके हैं।