वीर सावरकर के फोटो वाली कॉपियां बांटी गईं, स्कूल प्राचार्य निलंबित
MP में रतलाम जिले के शासकीय मलवासा हाईस्कूल में वीर सावरकर के फोटो छपी कॉपियां वितरित होने पर संभागीय आयुक्त ने स्कूल के प्राचार्य आरएन केरावत को निलंबित कर दिया है।
रतलाम, जेएनएन। मध्य प्रदेश में रतलाम जिले के शासकीय मलवासा हाईस्कूल में वीर सावरकर के फोटो छपी कॉपियां वितरित होने पर संभागीय आयुक्त ने स्कूल के प्राचार्य आरएन केरावत को निलंबित कर दिया है। कॉपियों का वितरण एनजीओ वीर सावरकर हितार्थ जनकल्याण समिति द्वारा निशुल्क किया गया था। कॉपियों के दोनों तरफ सावरकर के फोटो और जीवनी के साथ ही एनजीओ (गैर सरकारी संगठन) के पदाधिकारियों के फोटो छपे थे। कॉपियों का वितरण चार नवंबर को किया गया था, लेकिन शिकायत के बाद कार्रवाई अब की गई।
मध्य प्रदेश में रतलाम जिले के शासकीय स्कूल में एनजीओं ने बांटी
दरअसल, जिस समिति ने स्कूल में कॉपियां बांटी थी, उसके पदाधिकारी भाजपा समर्थक हैं। समिति ने ही कॉपी वितरण के फोटो और जानकारी फेसबुक पर अपलोड की थी। कमलनाथ विचार सद्भावना मंच के जिलाध्यक्ष इंदर सोनी ने फेसबुक पर फोटो और जानकारी देख प्रदेश कांग्रेस आइटी सेल को जानकारी दी। इस पर भोपाल से कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी से जानकारी तलब की गई। जिला शिक्षा अधिकारी ने 13 नंवबर को प्राचार्य केरावत से बिना अनुमति कॉपी वितरण कराने पर जवाब मांगा। प्राचार्य ने जवाब में छात्रहित में कॉपियां बंटवाने की बात कही। स्कूल में 83 विद्यार्थी को दो-दो कॉपियां वितरित की गई थी।
कार्रवाई की निंदा
संयुक्त मोर्चा सहित मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ प्राचार्य के समर्थन में आ गए हैं। संघ के प्रांतीय सलाहकार दीपक सुराना ने कहा कि प्राचार्य केरावत को निलंबित करना गलत है। सरकारी स्कूलों में आए दिन सामाजिक संस्थाएं और व्यक्ति पाठ्यपुस्तक वितरित करते हैं। इसे राजनीति से जोड़ना शिक्षकों में भय पैदा कर रहा है।
प्राचार्य को मिल चुका राष्ट्रपति पुरस्कार
2010 में उत्कृष्ट शिक्षक का राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त प्राचार्य आरएन केरावत गणित के विशेषज्ञ हैं। वे राज्य स्तर पर भी राज्यपाल की ओर से सम्मानित हो चुके हैं। खास बात यह है कि शासन के मिशन समर्थ अभियान में एलईडी के माध्यम से केरावत के 36 वीडियो से ही 25 स्कूलों में पढ़ाया जा रहा है।
छात्र हित में काम करूंगा
मलवासा के शासकीय हाई स्कूल के निलंबित किए गए प्राचार्य आरएन केरावत ने कहा कि छात्र हित में काम किया है, आगे भी करता रहूंगा। शासन की नजर में गलत है तो कार्रवाई स्वीकार है। एनजीओ द्वारा जिले के सभी स्कूलों में कार्य किए जाते हैं। उनका प्रकल्प समाज और छात्र हित में होता है।
अनुमति लेना थी
जिला शिक्षा अधिकारी केसी शर्मा ने कहा कि किस आधार पर निलंबन किया यह पता नहीं, लेकिन बिना अनुमति कार्यक्रम आयोजित किया था। भोपाल से जानकारी कलेक्टर के पास आई थी। स्कूल में आयोजन की अनुमति लेना जरूरी है।
कार्रवाई गलत
वीर सावरकर हितार्थ जनकल्याण समिति के संस्थापक प्रभु नेका ने कहा कि कलेक्टर द्वारा स्कूलों में सामाजिक संस्थाओं का सहयोग लिया जा रहा है। दूसरी तरफ इस तरह की कार्रवाई की जा रही है, जो कि गलत है। समिति सभी स्कूलों में बच्चों को निशुल्क कॉपियां व अन्य सामग्री बांटती आ रही है।