संसद में घमासान जारी; सरकार और विपक्ष ने एक दूसरे को ठहराया जिम्मेदार, भारी हंगामे के बीच J&K का बजट पारित
सियासी घमासान के बीच अब सरकार और विपक्ष संसद ठप होने के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराने लगे हैं। भाजपा ने कहा है कि पीएम मोदी के नेतृत्व को मिल रही वैश्विक मान्यता के बीच विपक्ष जान बूझ कर आधारहीन आरोप लगा रहा है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली: संसद के दोनों सदनों में राहुल गांधी के लंदन में लोकतंत्र पर दिए बयान को लेकर जारी सत्तापक्ष का संग्राम दिनोंदिन तेज हो रहा है तो विपक्ष भी अदाणी मुद्दे की संयुक्त संसदीय समिति से जांच की मांग को जोरदार तरीके से उठाने से परहेज नहीं कर रहा है। इस दोहरी सियासी रस्साकशी में लगातार आठवें दिन संसद की कार्यवाही नहीं चल पायी और हंगामे के बीच ही जम्मू-कश्मीर का बजट लोकसभा में बिना चर्चा के पारित कर दिया गया।
एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे सरकार और विपक्ष
सियासी घमासान के बीच अब सरकार और विपक्ष संसद ठप होने के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराने लगे हैं। भाजपा ने कहा है कि पीएम मोदी के नेतृत्व को मिल रही वैश्विक मान्यता के बीच विपक्ष जान बूझ कर आधारहीन आरोप लगाते हुए संसद को ठप कर गैर जिम्मेदाराना व्यवहार कर रहा है। कांग्रेस ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी पर बेबुनियाद आरोप लगाकर भाजपा सरकार संसद नहीं चलने दे रही और राज्यसभा में तो नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को सरकार के मंत्री बोलने तक नहीं दे रहे हैं।
सदन की कार्यवाही रही स्थगित
लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे रोज की तरह सत्तापक्ष के आक्रामक हंगामे और विपक्ष की जवाबी नारेबाजी के चलते स्थगित हो गई। दोपहर दो बजे लोकसभा में हंगामे के बीच ही केंद्र सरकार के खर्च से जुड़ी अनुदान मांगों और जम्मू-कश्मीर के बजट को बिना चर्चा के पारित कर दिया गया। इस बीच सभापति जगदीप धनखड़ और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की ओर से दोनों सदनों में सरकार और विपक्ष के नेताओं की बुलाई गई बैठक में भी दोनों पक्षों का रूख नरम नहीं रहा और गतिरोध का समाधान नहीं निकला।
धनखड़ का बार-बार अपमान करने का आरोप
राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल और संसदीय कार्यमंत्री प्रलहाद जोशी ने विपक्षी दलों पर धनखड़ का बार-बार अपमान करने का आरोप लगाया तो कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गोयल पर नेता विपक्ष का अपमान करने का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि सभापति के दो मौकों बोलने की अनुमति देने के बाद भी गोयल ने खरगे को सदन में बोलने से रोका।
जेपीसी के लिए विपक्ष की मांग
उन्होंने कहा कि अदाणी मुद्दे पर जेपीसी के अलावा नेता विपक्ष को चुप कराना भी हमारे लिए एक मुद्दा है। जयराम ने संसद को ठप करने के लिए राहुल गांधी के बयान को बहाना बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पीएम से जुड़े अदाणी घोटाले में जेपीसी के लिए विपक्ष की मांग को पूरी तरह से निराधार आरोपों को राहुल गांधी से माफी मांगने की भाजपा की मांग से कैसे जोड़ा जा सकता है। उनके मुताबिक जेपीसी की मांग एक वास्तविक घोटाले को लेकर है जबकि माफी की मांग इस घोटाले से ध्यान हटाने के लिए है।
संसद में कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
संसद में घमासान के बाद कांग्रेस के साथ जेपीसी की मांग कर रहे 16 विपक्षी पार्टियों के सदस्यों ने संसद भवन के गलियारे में बड़े-बड़े बैनरों और पोस्टरों के जरिए भारी विरोध प्रदर्शन किया। पीयूष गोयल ने विपक्ष के इस कदम को सस्ता हथकंड़ा बताते हुए आरोप लगाया कि उनके पास कोई ठोस तर्क नहीं है और सुर्खियों में बने रहने के लिए वे ऐसे तरीके अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब केंद्रीय बजट की चौतरफा प्रशंसा हो रही है और मोदी को दुनिया में सबसे लोकप्रिय नेता के रूप में पहचाना जा रहा है तब विपक्षी दल देश को गुमराह कर रहे हैं।