जानें कैसे, धार जिले में तीन शून्य की भूल ठेकेदार को पड़ गई भारी
धार जिले की डही नगर पंचायत में ई-टेंडर में तीन शून्य की गलती ठेकेदार को भारी पड़ गई है। 87 लाख 48 हजार रुपये की सड़क बनाने के काम के ठेकेदार ने आठ हजार 748 रुपये भर दिए।
धार [गोपाल माहेश्वरी]। मध्य प्रदेश के धार जिले की डही नगर पंचायत में ई-टेंडर में तीन शून्य की गलती ठेकेदार को भारी पड़ गई है। 87 लाख 48 हजार रुपये की सड़क बनाने के काम के ठेकेदार ने आठ हजार 748 रुपये भर दिए। प्रक्रिया के तहत सबसे कम राशि में काम करके देने वाले को ही मौका दिया जाता है। ऐसे में अब ठेकेदार को या तो 99 फीसद कम राशि में सड़क बनाकर देनी होगी या फिर उसकी अमानत राशि 1.75 लाख रुपये राजसात कर ली जाएगी। साथ ही भविष्य में उसे काम नहीं मिल सकेगा।
डही नगर परिषद में चार अगस्त 2018 को सीमेंट कंक्रीट की सड़क बनाने के लिए ई-टेंडर आमंत्रित किए थे। यह सड़क विशेष निधि से 87 लाख 48 हजार रुपये की लागत से बनाई जानी है। छह ठेकेदारों ने ऑनलाइन बिड प्रस्तुत की। 12 सितंबर को इसमें सबसे कम दर ठेकेदार शैलेंद्र परिहार की रही। उन्होंने 99.90 फीसद कम आठ हजार 748 रुपये भर दिए। प्रक्रिया के तहत नगर परिषद जल्द ही बैठक कर सबसे कम राशि के टेंडर यानी शैलेंद्र परिहार के नाम से कार्यादेश जारी करेगी। अब यदि वे काम करने से इन्कार करते हैं तो परिषद फिर से बैठक बुलाकर दूसरी सबसे कम राशि भरने वाले संदीप राठौड़ को काम सौप सकती है। वे 87.48 लाख रुपये की सड़क 73 लाख 90 हजार रुपये में बनाकर देंगे। दूसरा विकल्प यह भी है कि फिर से टेंडर बुलाने पर विचार किया जा सकता है।
सबसे कम दर ठेकेदार शैलेंद्र परिहार की है, उसे काम करना होगा। यदि वह काम नहीं करता है तो उसके द्वारा जमा एक लाख 75 हजार रुपये की अमानत राशि उसे वापस नहीं मिल सकेगी। बाद में यह जरूरी नहीं है कि दूसरे स्थान पर रहे ठेकेदार को काम मिले। नगर परिषद बैठक लेकर कि सी को भी काम सौंप सकती है या नए सिरे से टेंडर बुला सकती है।
- मंगलसिंह डावर, राजस्व उपनिरीक्षक, नगर
परिषद, डही