दाल के जमाखोरों पर छापे जारी कीमतें घटीं, मगर अभी महंगी
कीमतों पर अंकुश के लिए देश भर में जमाखोरों के खिलाफ ताबड़तोड़ छापेमारी में अब तक 1.20 लाख टन दालें जब्त की जा चुकी हैं।
नई दिल्ली। कीमतों पर अंकुश के लिए देश भर में जमाखोरों के खिलाफ ताबड़तोड़ छापेमारी में अब तक 1.20 लाख टन दालें जब्त की जा चुकी हैं। राज्य सरकारें अगले हफ्ते से इन्हें बाजार में जारी करना भी शुरू कर देंगी। इससे गुरुवार को कोलकाता में अरहर दाल के दाम 10 रुपये घटकर 168 रुपये और दिल्ली में पांच रुपये की कमी के साथ 172 रुपये पर आ गए। अन्य शहरों में भी कीमतें कम हुई हैं, मगर दालें अब भी आम आदमी की पहुंच से दूर बनी हुई हैं।
उपभोक्ता मामलों का मंत्रालय दालों के दामों की दैनिक निगरानी कर रहा है। कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए ही दालों की स्टॉक सीमा तय की गई है। सीमा से ज्यादा स्टॉक रखने वाले जमाखोरों के खिलाफ राज्य सरकारें छापेमारी का अभियान चलाए हुए हैं। दालों के दाम तो ऊपर चल ही रहे थे प्याज ने भी दोबारा सुर्खी दिखानी शुरू कर दी है। एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी में इसकी थोक कीमत 32 रुपये प्रति किलो से ऊपर पहुंच गई है। राजधानी के बाजार में इसके खुदरा दाम 50 रुपये प्रति किलो के आसपास पहुंच गए हैं।
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दालों की स्टॉक सीमा का विरोध
अमेरिकी सांसदों के एक प्रभावी समूह ने दालों पर भारत सरकार के हालिया स्टॉक सीमा लगाने के आदेश की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि आयातित दालों के भंडारण को स्टॉक सीमा से छूट दी जानी चाहिए। केंद्र सरकार के 18 अक्टूबर के आदेश के मुताबिक भारत में कोई भी 350 मीट्रिक टन से अधिक दाल का भंडारण नहीं कर सकता है। इस आदेश की वजह से अमेरिका से भारत को दालों का आयात प्रभावित हो रहा है।