Odisha Train Accident की CBI जांच को कांग्रेस ने बताया हेडलाइन मैनेजमेंट, याद दिलाया कानपुर रेल हादसे का हश्र
ओडिशा रेल हादसे की सीबीआई जांच की रेलवे की मांग को लेकर कांग्रेस ने मंगलवार को सरकार की आलोचना की और इस कदम को सुर्खियों को बटोरना करार दिया। वहीं ओडिशा के बालेश्वर में दुर्घटना स्थल पर सीबीआई की 10 सदस्यीय टीम जांच के लिए पहुंची।
नई दिल्ली, एजेंसी। ओडिशा रेल हादसे की सीबीआई जांच की रेलवे की मांग को लेकर कांग्रेस ने मंगलवार को सरकार की आलोचना की और इस कदम को सुर्खियों को बटोरना करार दिया।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने वर्ष 2016 में कानपुर के निकट हुए एक रेल हादसे का उल्लेख करते हुए कहा कि उस मामले में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) से जांच कराए जाने की घोषणा की गई थी, लेकिन आज तक पता नहीं चल पाया कि उस जांच का नतीजा क्या निकला। उन्होंने दावा किया कि बालासोर रेल हादसे के मामले में रेलवे सुरक्षा आयुक्त की ओर से रिपोर्ट सौंपे जाने से पहले ही सीबीआई जांच का ऐलान कर दिया गया।
सरकार की आलोचना करते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, "रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने अभी बालेश्वर ट्रेन दुर्घटना पर अपनी रिपोर्ट भी नहीं दी है, उससे पहले ही CBI जांच की घोषणा कर दी गई। यह कुछ और नहीं बल्कि हेडलाइन मैनेजमेंट है, क्योंकि सरकार डेडलाइन पूरा करने में पूरी तरह से विफल है।"
एक दिन पहले, सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बालेश्वर रेल हादसे के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए इस मामले के सभी पहलुओं की जांच की मांग करते हुए प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा था। पत्र में उन्होंने कहा था कि जांच एजेंसी अपराधों की जांच करने के लिए है, न कि रेलवे दुर्घटनाओं की, और तकनीकी, संस्थागत और राजनीतिक विफलताओं के लिए है।
पूर्व रेल मंत्री खरगे ने आरोप लगाया था कि सरकार जवाबदेही तय करने के किसी भी प्रयास को नाकाम करने और लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।
वहीं, ओडिशा के बालेश्वर में दुर्घटना स्थल पर सीबीआई की 10 सदस्यीय टीम जांच के लिए पहुंची।
#WATCH | A 10-member CBI team at the site of the three-train accident in Odisha's Balasore pic.twitter.com/3Saro12Mlj— ANI (@ANI) June 6, 2023
उल्लेखनीय है कि ओडिशा के बालासोर में कोरोमंडल एक्सप्रेस शुक्रवार शाम करीब सात बजे 'लूप लाइन' पर खड़ी एक मालगाड़ी से टकरा गई, जिससे कोरोमंडल एक्सप्रेस के अधिकतर डिब्बे पटरी से उतर गए। उसी समय वहां से गुजर रही तेज रफ्तार बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा कर पटरी से उतर गए। इस हादसे में कम से कम 275 लोगों की जान चली गई। इस मामले की सीबीआई जांच की घोषणा की गई है।