दिल्ली में पांच सीटों पर भाजपा से सीधे मुकाबले में कांग्रेस
सूबे की सात में से पांच विधानसभा सीटों पर कांग्रेस अपना मुकाबला सीधे भाजपा से मान रही है जबकि दो सीटों पर उसे त्रिकोणात्मक मुकाबले की उम्मीद है। दक्षिणपुरी में पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी की सफल रैली के बाद कराए गए एक आंतरिक सर्वे में ऐसे संकेत मिलने का दावा किया गया है। पार्टी सूत्रों के
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। सूबे की सात में से पांच विधानसभा सीटों पर कांग्रेस अपना मुकाबला सीधे भाजपा से मान रही है जबकि दो सीटों पर उसे त्रिकोणात्मक मुकाबले की उम्मीद है। दक्षिणपुरी में पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी की सफल रैली के बाद कराए गए एक आंतरिक सर्वे में ऐसे संकेत मिलने का दावा किया गया है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस दक्षिण दिल्ली, नई दिल्ली, चांदनी चौक, पूर्वी दिल्ली तथा उत्तर-पूर्वी दिल्ली संसदीय सीटों पर भाजपा से सीधे मुकाबले में है जबकि पश्चिम दिल्ली तथा उत्तर-पश्चिम दिल्ली सीट पर उसे भाजपा के अलावा आम आदमी पार्टी की चुनौती का भी सामना करना पड़ रहा है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी की रैली का असर यूं तो पूरी दिल्ली पर है लेकिन दक्षिणपुरी के जिस इलाके में यह रैली हुई उसके आसपास संगम, विहार, अंबेडकर नगर, देवली आदि क्षेत्रों पर बेहद सकारात्मक असर पड़ा है। ये तमाम सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र हैं और पारंपरिक तौर पर कांग्रेस का गढ़ माने जाते रहे हैं। हालांकि पहली बार पिछले चुनाव में इन क्षेत्रों में आम आदमी के प्रत्याशी जीते थे। यहां से दिल्ली के कद्दावर जाट नेता सज्जन कुमार के भाई रमेश कुमार चुनाव लड़ रहे हैं। चूंकि इस संसदीय क्षेत्र में मुसलिम मतदाता भी करीब डेढ़ लाख हैं, लिहाजा पार्टी खुद को अब मजबूत स्थिति में मान रही है। नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र को लेकर भी पार्टी के सर्वे में कहा गया है कि इस क्षेत्र में भी कांग्रेस प्रत्याशी अजय माकन, भाजपा की मीनाक्षी लेखी को चुनौती दे रहे हैं। कांग्रेसी नेताओं की मानें तो आम आदमी पार्टी से उसका कोई मुकाबला नहीं है। पिछली बार आप को वोट देने वाले मतदाता अब बड़ी संख्या में उसके पक्ष में आ गए हैं। पूर्वी दिल्ली, उत्तर-पूर्वी दिल्ली तथा चांदनी चौक संसदीय क्षेत्रों में चुनावी मुकाबला कांग्रेस व भाजपा के बीच ही है।
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