विश्व व्यापार मेले का रंगारंग आगाज कल
इस बार डिजिटल इंडिया थीम पर आधारित मेले में दक्षिण कोरिया भागीदार देश के तौर पर शामिल है, जबकि बेलारूस फोकस देश के तौर पर रहेगा।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली । 36वें विश्व व्यापार मेले का रंगारंग आगाज सोमवार से होगा। इसमें देश-विदेश की करीब 7,000 कंपनियां शिरकत कर रही हैं। 14 से 27 नवंबर तक चलने वाले मेले का उद्घाटन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी करेंगे। इस बार डिजिटल इंडिया थीम पर आधारित मेले में दक्षिण कोरिया भागीदार देश के तौर पर शामिल है, जबकि बेलारूस फोकस देश के तौर पर रहेगा। हरियाणा को फोकस राज्य और मध्य प्रदेश व झारखंड को भागीदार राज्य बनाया गया है।
मेले में केंद्र सरकार के मंत्रालय, विभाग, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम भी शामिल होंगे। ग्रामीण विकास मंत्रालय के कपार्ट मंडप में इस बार 800 ग्रामीण कारीगर और शिल्पकार भागीदारी करेंगे। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास एवं वित्त निगम के 100 से अधिक शिल्पकार भी भागीदारी कर रहे हैं। स्टार्टअप की अगवानी इस बार भी आइटीपीओ कर रहा है। खास बात है कि पहली बार सीमा सुरक्षा बल का भी पंडाल होगा। जो अपने शौर्य, साहस व पराक्रम से परिचित कराएंगे।
ऑस्ट्रेलिया, अफगानिस्तान, बेलारूस, बहरीन, बांग्लादेश, भूटान, जर्मनी, हांगकांग, इरान, कुवैत, म्यांमार, नीदरलैंड, ओमान, श्रीलंका, दक्षिणी अफ्रीका, दक्षिण कोरिया और चीन समेत 24 देश शामिल हो रहे हैं। मेले में पाकिस्तान शामिल नहीं होगा। मेले में लोगों को वाई-फाई की सुविधा मिलेगी। इस बार टिकट ऑनलाइन भी उपलब्ध होंगे। मंडी हाउस और प्रगति मैदान मेट्रो स्टेशन से नि:शुल्क बस सेवा मुहैया कराई जाएगी। इस बार गेट नंबर 8 और 8ए भी खुला रहेगा।
नोट बंदी से नहीं होगी परेशानी
नोट बंदी के चलते आगंतुकों को कोई परेशानी न हो इसके लिए आयोजनकर्ता भारतीय व्यापार संवर्धन संगठन (आइटीपीओ) हर काउंटर पर डेबिट व क्रेडिट कार्ड भुगतान की सुविधा मुहैया कराएगा। पहले पांच दिन बिजनेस के लिए निर्धारित हैं। इसके बाद मेला आम लोगों के लिए खुलेगा। बुजुर्ग और विकलांगों के लिए प्रवेश मुफ्त रहेगा।बाकि लोगों को 33 फीसद तक बढ़े टिकट का दाम चुकाना होगा।
ले सकेंगे अंगदान की शपथ
अंतराष्ट्रीय व्यापार मेले में सफदरजंग अस्पताल स्थित राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (नोटो) का भी स्टाल होगा। यहां पहुंचे लोग दूसरों को जीवनदान देने के लिए अंगदान की शपथ भी ले सकते हैं। नोटो के अस्तित्व में आने के बाद 26,389 लोग ऑनलाइन पंजीकृत किए जा चुके हैं।