Move to Jagran APP

India China News: चीन ने LAC पर तैनात किए 20,000 सैनिक, भारत ने भी बढ़ाई तैनाती

India China Border News चीन के जवाब में भारत ने भी पूर्वी लद्दाख में कम से कम दो डिवीजनों को तौनात किया है।

By Manish PandeyEdited By: Published: Wed, 01 Jul 2020 02:14 PM (IST)Updated: Wed, 01 Jul 2020 03:24 PM (IST)
India China News: चीन ने LAC पर तैनात किए 20,000 सैनिक, भारत ने भी बढ़ाई तैनाती
India China News: चीन ने LAC पर तैनात किए 20,000 सैनिक, भारत ने भी बढ़ाई तैनाती

 नई दिल्ली, एएनआइ। लद्दाख में वास्तवीक नियत्रंण रेखा (LAC) पर जारी तनाव के बीच चीन ने अपने सौनिकों की तादात में इजाफा किया है। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने पूर्वी लद्दाख सेक्टर के पास एलएसी पर अपने 20,000 से अधिक सैनिकों को तैनात किया है। भारत चीन की हरकतों पर लगातार नगर बनाए हुए है। इसको देखते हुए भारत ने भी अपनी दो डिवीजनों को तैनात कर दिया है।

loksabha election banner

शीर्ष सरकारी सूत्रों के मुताबिक चीनी सेना ने पूर्वी लद्दाख सेक्टर में LAC के साथ लगभग दो डिवीजनों (20,000 के आसपास) को तैनात किया है। एक और विभाजन (10,000 सैनिक) है जो उत्तरी शिनजियांग प्रांत में तौनात किया है, जो लगभग 1,000 किलोमीटर की दूरी पर है, लेकिन चीनी सीमा पर समतल इलाकों के कारण अधिकतम 48 घंटे में हमारी सीमा तक पहुंचने के लिए उन्हें जुटाया जा सकता है।

चीन ने कम नहीं की सैनिकों की संख्या

सूत्रों ने कहा कि हम इन सैनिकों की आवाजाही पर कड़ी नजर रख रहे हैं, जिन्हें भारतीय सीमा के करीब तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि भले ही भारत और चीन छह सप्ताह से अधिक समय से कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर बात कर रहे हैं, लेकिन इस मोर्चे पर चीन की ओर से सैनिकों की संख्या या उपकरणों में कोई कमी नहीं की गई है। 

भारत ने दो डिवीजन तैनात किए

सूत्रों ने बताया कि तिब्बत क्षेत्र में चीन की आम तौर पर दो डिविजन रहती हैं, लेकिन इस बार उन्होंने भारतीय चौकियों के खिलाफ 2,000 किलोमीटर दूर करीब दो अतिरिक्त डिविजन को तैनात किया है। स्थिति को देखते हुए भारत ने पूर्वी लद्दाख क्षेत्र के आस-पास के स्थानों से कम से कम दो डिवीजनों को तैनात किया है। इसमें एक आरक्षित माउंटेन डिविजन भी शामिल है जो हर साल पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में अपने युद्ध अभ्यास करती है।

तनाव जल्द कम होने के आसार नहीं

सूत्रों का कहना है कि सैन्य और राजनयिक स्तर पर चीन के साथ बातचीत के बावजूद ऐसा लगता है कि संकट के समाधान के लिए अभी लंबा समय लगेगा। भारत भी इसके लिए खुद को तैयार कर रहा है। दोनों देशों के बीच सितंबर-अक्टूबर तक सीमा पर तैनाती जारी रहने की उम्मीद है जब तक की ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी बड़े पैमाने पर शुरू नहीं हो जाती।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.