छत्तीसगढ़ : अब गांव में अस्पताल खोलने के लिए निजी क्षेत्र का सहयोग लेगी सरकार, देगी अनुदान
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि राज्य में उद्योगों की स्थापना के लिए विभिन्न प्रकार के अनुदान दिए जाते हैं। यह अनुदान सेवा क्षेत्र के उद्योगों को भी दिया जाता है। मुख्यमंत्री ने 10 दिनों में कार्ययोजना तैयार करने को कहा है।
रायपुर, जेएनएन। छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को और मजबूती प्रदान करने के लिए सरकार निजी क्षेत्र का सहयोग लेगी। ग्रामीण इलाकों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं उपलब्ध हो सकें, इसके लिए सभी सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के साथ ही स्वास्थ्य अधोसंरचनाओं के निर्माण में निजी क्षेत्र का सहयोग भी लिया जाएगा। विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में अस्पताल निर्माण के लिए निजी क्षेत्रों को राज्य सरकार द्वारा अनुदान भी दिया जाएगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उद्योग विभाग को आगामी 10 दिनों में इसकी कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा है कि स्वास्थ्य अधोसंरचना के विस्तार के लिए विशेषकर ग्रामीण इलाकों में सभी शासकीय अस्पतालों में सुविधाओं में वृद्घि के साथ ही निजी क्षेत्र की सहायता लिया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा है कि राज्य में उद्योगों की स्थापना के लिए विभिन्न प्रकार के अनुदान दिए जाते हैं। यह अनुदान सेवा क्षेत्र के उद्योगों को भी दिया जाता है। वर्तमान में स्वास्थ्य विभाग की ओर से निजी क्षेत्र के अस्पतालों की स्थापना के लिए किसी प्रकार के प्रोत्साहन दिए जाने के प्रविधान नहीं हैं। इसलिए स्वास्थ्य अधोसंरचना को सुदृढ बनाने के लिए निजी क्षेत्र को ग्रामीण क्षेत्रों में अस्पताल स्थापना के लिए प्रोत्साहित करने के लिए अनुदान दिया जाएगा।
तीसरी लहर का सामना करने को तैयार छत्तीसगढ़ सरकार
कोरोना की संभावित तीसरी लहर से पहले छत्तीसगढ़ सरकार ने कमर कस ली है। राज्य में गांवों से लेकर शहरों तक सरकारी अस्पतालों को मजबूत बनाने और उन्हें समस्त सुविधाओं से युक्त करने का काम चल रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कहना है कि स्वास्थ्य अधोसरंचना को सशक्त बनाने और छत्तीसगढ़ के दूरदराज के इलाकों तक सर्वसुविधायुक्त उपचार व्यवस्था बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान हुए अनुभवों को देखते हुए प्रशासन ने गांवों से लेकर जिला मुख्यालयों तक सरकारी अस्पतालों में व्यवस्थाओं को मजबूत करने का काम शुरू कर दिया है।