Chhattisgarh: खरीदने से पहले ग्राहक पूछ रहे- कहां निर्मित हुआ उत्पाद
पूछ-परख बढ़ी तो बड़े अक्षरों में लिख्रा जाने लगा मेड इन इंडिया।
बिलासपुर, जेएनएन। अब देसी उत्पादों की पूछ-परख और खरीदारी करने वालों की संख्या बढ़ गई है। ऐसे में उत्पादक कंपनियों ने भी मेड इन इंडिया की लिखावट को उभार दिया है। बड़े अक्षर में यह स्पष्ट दिख रहा है। दुकानदार भी अपने स्तर पर इन सामानों में बड़ा सा स्टीकर लगा रहे हैं। सीमा पर चीन के साथ तनाव के बाद यह बदलाव आया है।
अब तक विदेशी सामानों को बेहतर मानने का चलन रहा है। देसी सामान कमतर माने जा रहे थे, मगर सीमा पर चीन से विवाद के चलते 20 जवानों की शहादत के बाद अब परिस्थितियां बदलने लगी हंै। अब जो खरीदार दुकान पर पहुंच रहे हैं, वे इस बात की तस्दीक भी कर रहे हैं कि सामान कहां बना है। कहीं चीन में निर्मित तो नहीं है। दुकानदार भी ग्राहकों को इसकी जानकारी प्रमुखता दे रहे हैं कि सामान कहां बना है।
इन उत्पादों में मेड इन इंडिया की धूम
सेंसर हैंड सैनिटाइजर,डीप फ्रिजर, दवाइयां, मिक्सर ग्राइंडर, रेफ्रिजरेटर, पंखे, प्रेस आयरन, मच्छर मारने की मशीन आदि में प्रमुखता से मेड इन इंडिया लिखा जा रहा है।
पहले लोग सामान की गुणवत्ता के बारे में बात करते थे। अब यह भी पूछ रहे हैं कि यह बना कहां है। कंपनी वाले पहले बहुत छोटे अक्षरों में मेड इन इंडिया लिख देते थे, जो पढ़ने में नहीं आता था। अब जो सामान आ रहा है, उसमें अलग से मेड इन इंडिया का स्टीकर लगा रहता है।
-संतोष खंडेलवाल, व्यापारी
हमारी कोशिश है कि अपने देश में बने उत्पादों को ही बेचें। चीन में बने उत्पादं की ग्राहकों को जानकारी दे देते हैं। देसी कंपनियों ने भी अब अलग से मेड इन इंडिया का स्टीकर लगाना शुरू कर दिया है। मेड इन इंडिया वस्तुओं की मांग बढ़ी है।
-मनीष अग्रवाल, व्यापारी