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चेन्नई में 20 दिनों में हुई 18 हत्याएं, पूर्व सीएम पलानीस्वामी बोले-DMK राज में मर्डर सिटी में बदल रहा शहर

तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में लगातार बढ़ते अपराध पर तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता के. पलानीस्वामी ने डीएमके सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राज्य की राजधानी मर्डर सिटी में बदलती दिख रही है।

By Mahen KhannaEdited By: Published: Sun, 29 May 2022 09:31 AM (IST)Updated: Sun, 29 May 2022 09:31 AM (IST)
तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता के. पलानीस्वामी।

चेन्नई, आइएएनएस। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में अपराध लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इस बीच हालिया हत्याओं का हवाला देते हुए तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता के. पलानीस्वामी ने डीएमके सरकार को आड़े हाथ लिया है। उन्होंने कहा कि राज्य की राजधानी "20 दिनों में 18 हत्याओं के साथ एक मर्डर सिटी में बदल रही है"। हालांकि, ग्रेटर चेन्नई शहर के पुलिस आयुक्त, शंकर जिवाल ने इस दावे का खंडन करते हुए कहा कि शहर में केवल 10 हत्याएं हुईं और उनमें से चार व्यक्तिगत दुश्मनी के कारण और छह पारिवारिक विवादों के कारण हुईं।

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भाजपा नेता की हत्या के बाद साधा निशाना

पलानीस्वामी ने चेन्नई के चिंताद्रिपेट इलाके में भाजपा के जिला नेता के. बालाचंदर की हत्या के बाद यह टिप्पणी की है। बता दें कि इससे पहले एक फाइनेंसर अरुमुघम (36) की हत्या हुई थी। दिन के उजाले में व्यस्त रोड पर ऐसी हत्या लोगों के लिए एक सदमे से कम नहीं थी। इसमें चार लोगों ने फाइनेंसर का पीछा कर उसे मौत के घाट उतार दिया था।

DMK सरकार के सारे वादे खोखले

पूर्व सीएम ने DMK सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मई 2021 में सरकार ने इस वादे के साथ पदभार ग्रहण किया था कि कानून व्यवस्था सख्त होगी और पुलिस बदमाशों से सख्ती से निपटेगी। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के कई हिस्सों में हत्याओं की संख्या में वृद्धि यह बताती है कि यह सारे वादे खोखले थे।

पुलिस पर भी लगे हैं कई आरोप

बता दें कि राज्य की पुलिस पर भी कई आरोप लगे हैं। चेन्नई और मायलादुथुराई में दो अलग-अलग घटनाओं में 19 और 26 अप्रैल को दो लोगों की कथित रूप से हिरासत में मौत हो गई थी। चेन्नई की घटना में एक अनुसूचित जाति के युवक विग्नेश जिसे पुलिस ने 18 अप्रैल को एक साथी सुरेश के साथ उठाया था, उसकी 19 मई को थाने में मौत हो गई। ओटोप्सी से पता चला कि विग्नेश के दाहिने पैर में 13 चोटें थीं और चेहरे, हाथ, कंधे और छाती पर चोट के निशान थे। मामले में पुलिस सब-इंस्पेक्टर और कान्स्टेबल को गिरफ्तार किया गया था। 


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