Chattisgarh: 25 जवानों की हत्या में शामिल ईनामी नक्सली कमांडर ने किया आत्मसर्पण
नक्सल उन्मूलन के मोर्चे पर काम कर रही दंतेवाडा पुलिस को एक और बडी सफलता सफलता हाथ लगी है। यहां एक ईनामी नक्सली कमांडर ने आत्मसमर्पण किया है।
दन्तेवाड़ा, जेएनएन। नक्सल उन्मूलन के मोर्चे पर काम कर रही दंतेवाडा पुलिस को एक और बडी सफलता सफलता हाथ लगी है। यहां एक ईनामी नक्सली कमांडर ने आत्मसमर्पण किया है। दैनिक जागरण के सहयोगी प्रकाशन नई दुनिया के अनुसार आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली कमांडर सीआरपीएफ के 25 जवानों की हत्या में शामिल था और सरकार ने उसपर आठ लाख रुपये का ईनाम घोषित किया था। इसे ईनामी नक्सली कमांडर ने नक्सलवाद की खोखली विचारधारा से उबरने और सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर ऐसा किया है।
दंतेवाड़ा एसपी डॉ अभिषेक पल्लव एवं उप-महानिरीक्षक डीएन लाल के समक्ष नक्सलियों के प्लाटून नम्बर 24 के कमांडर प्रदीप उर्फ भीमा कुंजाम ने गुरुवार को आत्मसमर्पण किया। नई दुनिया के अनुसार आत्मसमर्पण करने वाला नक्सली कई बड़ी नक्सली घटनाओं में शामिल रह चुका है।
साल 2016 में सुकमा में सीआरपीएफ के जवानों की टुकडी पर हमले का मास्टमाइंड
आत्मसमर्पण करने वाला नक्सली प्रदीप ने साल 2016 में बुर्कापाल जिला सुकमा में सीआरपीएफ के जवानों की टुकडी पर हमले की घटना में शामिल था। इस हमले को एम्बुस लगाकर अंजाम दिया गया था। इस घटना में सीआरपीएफ के 25 जवान शहीद हुए थे। वह इस जघन्य कांड का प्रमुख साजिशकर्ता था।
प्रदीप को तत्काल 10 हजार रुपयों की प्रोत्साहन राशि दी गई
दैनिक जागरण के सहयोगी प्रकाशन नई दुनिया के अनुसार जिले के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने जानकारी दी कि छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति के तहत प्रदीप ने आत्मसमर्पण किया है। इसके पश्चात प्रदीप को तत्काल 10 हजार रुपयों की प्रोत्साहन राशि दी गई है। आगे उसे पुनर्वास नीति का पूरा लाभ मिलेगा। इसके साथ ही उन्होंने क्षेत्र में दहशत फैला रहे भटके हुए लोगों से नक्सलवाद का रास्ता छोडकर समाज की मुख्यधारा में लौट आने की अपील की है।
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