Chandrayaan Moon Mission: चंद्रविजयी भारत: जानें चंद्रयान मिशन-1 से लेकर अब तक की पूरी कहानी
Know about ISRO Chandrayaan Mission अंतरिक्ष की दुनिया में भारत ने इतिहास रच दिया है। इससे पहले भी ISRO चंद्रयान-1 और चंद्रयान-2 को लॉन्च कर चुका है। इस खबर में हम आपको ISRO के तीनों मिशन के बारे में विस्तार से बताएंगे। चंद्रमा पर पानी की खोज चंद्रयान-1 मिशन का एक महत्वपूर्ण वैज्ञानिक लक्ष्य था। आइए इस खबर के माध्यम पिछले चंद्रयान मिशनों पर एक नजर डालते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
अभियान को GSLV मार्क 3 प्रक्षेपण यान द्वारा लॉन्च किया गया था। इस अभियान में भारत में निर्मित एक चंद्र ऑर्बिटर, एक रोवर और एक लैंडर शामिल था। इन्हें ISRO ने बनाया था। भारत ने चंद्रयान-2 को 22 जुलाई 2019 को श्रीहरिकोटा रेंज से भारतीय समयानुसार दोपहर 02:43 बजे सफलता पूर्वक लॉन्च किया था।
चंद्रयान-3 को लॉन्च करने की घोषणा 29 मई 2023 को ISRO के चीफ एस सोमनाथ ने की थी। उन्होंने बताया था कि चंद्रयान-3 को जुलाई में लॉन्च किया जाएगा। चंद्रयान को आज 14 जुलाई 2023 को लॉन्च किया जाएगा। इसे लॉन्च करने का समय दोपहर के 2:35 बजे का है।
चंद्रयान 3 ISRO का मिशन है। जिसका प्राथमिक उद्देश्य अगस्त 2023 की समय सीमा में चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास ऊंचे इलाकों में एक लैंडर और रोवर को स्थापित करना और एंड-टू-एंड लैंडिंग और रोविंग क्षमताओं का प्रदर्शन करना है।
14 जुलाई को दोपहर 2.35 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से लॉन्च होने वाला चंद्रयान-3 भारत का तीसरा चंद्र मिशन है। यह 2019 चंद्रयान-2 मिशन का अनुवर्ती है, जो आंशिक रूप से विफल हो गया था क्योंकि इसके लैंडर और रोवर चंद्रमा पर सॉफ्ट-लैंडिंग नहीं कर सके थे।