Move to Jagran APP

आंध्र प्रदेश में रेत के अवेध खनन को लेकर चंद्रबाबू नायडू ने शुरू किया उपवास

आंध्र प्रदेश में अवैध खनन को लेकर चंद्रबाबू नायडू ने मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी के खिलाफ उपवास शुरू कर दिया है। 12 घंटों के लिए तेलुगू देशम पार्टी के नेता विजयवाड़ा में उपवास पर है

By Pooja SinghEdited By: Published: Thu, 14 Nov 2019 03:02 PM (IST)Updated: Thu, 14 Nov 2019 03:38 PM (IST)
आंध्र प्रदेश में रेत के अवेध खनन को लेकर चंद्रबाबू नायडू ने शुरू किया उपवास
आंध्र प्रदेश में रेत के अवेध खनन को लेकर चंद्रबाबू नायडू ने शुरू किया उपवास

हैदराबाद, एएनआइ। आंध्र प्रदेश में अवैध खनन को लेकर चंद्रबाबू नायडू ने मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी के खिलाफ उपवास शुरू कर दिया है। 12 घंटों के लिए तेलुगू देशम पार्टी के नेता विजयवाड़ा में उपवास पर बैठे हैं। सुबह 8 बजे से शुरू हुआ ये उपवास रात आठ बजे तक चलेगा। अपने संबोधन में टीडीपी नेता एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि सभी पार्टियां राज्य में रेत की कमी लेकर आपस में लड़ रही हैं। वहीं सत्ता में बैठी सरकार विपक्ष पार्टियों को आरोप-प्रत्यारोप लगा रही हैं, लेकिन हम लोगों ने गरिमा बनाई हुई है। उन्होंने सरकार को सलाह देते हुए विपक्ष को बुरा भला कहने के बजाय रेत के अवैध खनन को कम करने पर जोर दें। 

loksabha election banner

बता दें कि इससे पहले जन सेवा पार्टी (JAN Seva Party) के अध्यक्ष और अभिनेता पवन कल्याण सिंह ने टीडीपी के इस उपवास का समर्थन किया था। गौरतलब है कि जब पुलिस द्वारा इंदिरा गांधी स्टेडियम में उपवास की अनुमति देने से इनकार करने के बाद धरना चौक को कार्यक्रम स्थान के रूप में चुना गया था। रेत या बालू वितरण प्रबंधन की कमी को लेकर नायडू ने राज्य सरकार को दोषी बताया है। पिछले काफी दिनों से विपक्ष राज्य मे रेत की कमी को लेकर रैली कर रहे हैं। 

इसके साथ ही नायडू ने कहा कि माफियाओं के चलते राज्य में रेत का संकटा पैदा हो गया है। इसके चलते ही 50 मजदूरों ने आत्महत्या की है। नायडू ने मांग की है कि राज्य में मुफ्त रेत नीति को फिर से शुरू करना करना होगा और आत्महत्या करने वाले परिवारों के लिए 25 लाख रुपये का वितरण किया जाना चाहिए। पिछले महीने से राज्य में इसको लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। जब टीडीपी नेता को बात बनती नहीं दिखाई तो उन्होंने उपवास करने का फैसला लिया। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.