केंद्र सरकार कश्मीरियों की भावनाओं का पूरा ध्यान रखेगी: दिनेश्वर
अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35ए के मुद्दे पर केंद्र सरकार कश्मीरियों की भावनाओं व हितों का पूरा ध्यान रखेगी।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35ए के मुद्दे पर केंद्र सरकार कश्मीरियों की भावनाओं व हितों का पूरा ध्यान रखेगी। यह यकीन मंगलवार को केंद्रीय वार्ताकार दिनेश्वर शर्मा ने अनंतनाग में स्थानीय सिविल सोसायटी के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत में दिलाया। इस बीच, विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने पाकिस्तान और हुर्रियत से बातचीत की प्रक्रिया बहाल करने से लेकर पत्थरबाजों व कश्मीरियों की रिहाई की मांग की।
गौरतलब है कि खुफिया ब्यूरो के पूर्व निदेशक दिनेश्वर शर्मा को केंद्र ने कश्मीर समस्या के स्थायी समाधान के लिए सभी संबंधित पक्षों से बातचीत का जिम्मा सौंपा है। केंद्रीय वार्ताकार का यह जम्मू कश्मीर का दूसरा दौरा है जो 24 नवंबर को जम्मू से शुरू हुआ है। वह सुबह नौ बजे श्रीनगर से अनंतनाग के लिए रवाना हुए। अनंतनाग मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती का पैतृक जिला है। वह अनंतनाग विधानसभा सीट से ही राज्य विधानसभा में पहुंची हैं। अनंतनाग का दौरा करने से पहले रविवार को दिनेश्वर शर्मा ने जिला पुलवामा में एक दर्जन स्थानीय प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात की थी। सुबह अनंतनाग पहुंचने के बाद केंद्रीय वार्ताकार ने संबंधित जिला उपायुक्त व जिला पुलिस प्रमुख से भी हालात पर विचार विमर्श किया। उसके बाद उन्होंने डाक बंगले में स्थानीय राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों, छात्रों और बुद्घिजीवियों से मुलाकात का सिलसिला शुरू किया जो देर रात तक जारी रहा।
सत्ताधारी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी का 33 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल इमरान अमीन मीर के नेतृत्व में दिनेश्वर शर्मा से मिला। उन्होंने कश्मीर में बिजली संकट दूर करने, एनएचपीसी से जलविद्युत परियोजनाएं राज्य सरकार को सौंपने और केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों की नौकरियों में अगले 15 वर्षो तक कश्मीरी मुस्लिमों के लिए कम से कम दो फीसद आरक्षण प्रदान करने पर जोर दिया। पीडीपी के बाद कांग्रेस के तीन प्रतिनिधिमंडल केंद्रीय वार्ताकार से मिले। पहला प्रतिनिधिमंडल शांगस के विधायक गुलजार अहमद वानी के नेतृत्व में, दूसरा युवा कांग्रेस के नेता मुहम्मद इकबाल मीर और तीसरा इनायतुल्ला राथर के नेतृत्व में मिला।
इनायतुल्ला ने बताया कि उन्होंने जेलों में बंद सभी कश्मीरी कैदियों और पत्थरबाजों की रिहाई की मांग करते हुए कश्मीर समस्या के स्थायी समाधान के लिए हुर्रियत कांफ्रेंस व पाकिस्तान से बातचीत की प्रक्रिया शुरू करने पर जोर दिया है। भाजपा के जिला अध्यक्ष मुहम्मद रफीक वानी ने कहा कि हम लोगों ने मांग की कि पहली बार पत्थरबाजी में लिप्त सभी युवकों को रिहा करते हुए बेरोजगारी को दूर करने के लिए प्रभावशाली योजना को लागू किया जाए।