केंद्रीय प्रतिनियुक्ति: मप्र के तीन वरिष्ठ आईएएस अफसर अब केंद्र सरकार में संभालेंगे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी
1994 बैच के आईएएस अफसर प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा हरिरंजन राव को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए कार्यमुक्त किया गया है।
राज्य ब्यूरो, भोपाल। 1994 बैच के आईएएस अफसर हरिरंजन राव के बाद अब 1992 बैच के अफसर वीएल कांता राव और उनकी पत्नी नीलम शमी राव केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली जा रहे हैं। मध्य प्रदेश के प्रमुख सचिव स्तर के दोनों अधिकारियों को मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने अतिरिक्त सचिव के तौर पर नियुक्ति देने के आदेश जारी कर दिए हैं।
कांताराव बने रक्षा उत्पादन के अतिरिक्त सचिव
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांता राव को अतिरिक्त सचिव रक्षा उत्पादन जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है। वहीं, प्रमुख सचिव (खाद्य) नीलम शमी राव को महानिदेशक प्रशिक्षण, कौशल विकास एवं उद्यमिता विकास मंत्रालय बनाया गया है।
लोकसभा चुनाव के बाद से ही राव दंपती केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने के लिए प्रयासरत थे
लोकसभा चुनाव के बाद से ही राव दंपती केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने के लिए प्रयासरत थे। करीब डेढ़ माह पहले मप्र सरकार ने दोनों अधिकारियों को केंद्र में सेवाएं देने के लिए सहमति भी दे दी थी। वीएल कांताराव की गिनती तेजतर्रार अधिकारियों में होती है। विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान उनके द्वारा लिए गए निर्णयों को चुनाव आयोग ने भी सराहा था। उनकी छवि के चलते ही रक्षा उत्पादन के अतिरिक्त सचिव जैसे अहम पद की जिम्मेदारी केंद्र सरकार ने दी है। वहीं, नीलम शमी राव की छवि भी बिना लाग-लपेट के अपनी बात रखने और अनावश्यक दबाव में न आने वाले अधिकारी की रही है।
हरिरंजन राव कार्यमुक्त
1994 बैच के अफसर प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा हरिरंजन राव को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए सोमवार को ही कार्यमुक्त किया गया है। वहीं, दो दिन बाद 1991 बैच के अफसर प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास प्रमोद अग्रवाल भी दो दिन बाद कोल इंडिया के अध्यक्ष बनकर चले जाएंगे। सरकार ने उन्हें डीम्ड सेवानिवृत्ति दे दी है। इसके पहले 1987 बैच की अधिकारी अपर मुख्य सचिव गौरी सिंह स्वेच्छिक सेवानिवृत्ति ले चुकी हैं। जून में सेवानिवृत्त होने जा रहे 1984 बैच के अफसर आलोक श्रीवास्तव ने भी स्वेच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली है।