रमजान में संघर्ष विराम से स्थापित होगी शांति, आतंकी वारदातों पर लगेगी लगाम : डीजीपी वैद्य
एसपी वैद्य का कहना है कि इस फैसले के बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे और आतंकी वारदातों पर लगाम लगेगी।
जम्मू (जागरण संवाददाता)। जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) डॉ. एसपी वैद्य ने केंद्र सरकार की ओर से रमजान माह में आतंकवाद विरोधी अभियानों पर रोक लगाने के फैसले का स्वागत किया है। उनका कहना है कि इस फैसले के बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे और आतंकी वारदातों पर लगाम लगेगी।
उल्लेखनीय है कि 16 मई को केंद्र सरकार ने आतंकियों के विरुद्ध छेड़े गए अभियानों पर रमजान माह के दौरान एकतरफा संघर्ष विराम की घोषणा की थी। हालांकि यह स्पष्ट किया था कि यदि सुरक्षाबलों पर आतंकी हमला होता है तो उसका उचित जवाब दिया जाएगा।
जम्मू में आयोजित एक कार्यक्रम में अमरनाथ यात्रा के प्रबंधों के बारे में डीजीपी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जून से शुरू हो रही वार्षिक अमरनाथ यात्रा इस वर्ष भी शांतिपूर्वक संपन्न होगी। पाकिस्तान और उसके समर्थक राज्य में शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। 28 जून से शुरू हो रही बाबा अमरनाथ यात्रा को लेकर पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने पुख्ता बंदोबस्त किए हैं।
रमजान की तरह अमरनाथ यात्रा भी पवित्र है और वह भी बेहतर ढंग से पूरी होगी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भटके युवकों को हिंसा का रास्ता छोड़ कर अपने परिवार के साथ जीवन व्यतीत करने वाले बयान का स्वागत किया। डीजीपी ने कहा कि ऐसा होने से जम्मू-कश्मीर राज्य मजबूत होगा। इसके साथ देश भी मजबूत होगा। राज्यवासियों की तरह पड़ोसी देश पाकिस्तान के लिए भी रमजान माह पवित्र हैं। उसे भी हिंसा का रास्ता छोड़ कर शांति बनाए रखने के लिए पहल करनी चाहिए। आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा द्वारा संघर्ष विराम को नहीं मानने की धमकी पर डीजीपी ने कहा कि यह एक केवल बयान है, हमें जो सही लगेगा हम वही करेंगे।