Move to Jagran APP

हर स्टेशन, ट्रेन में सीसीटीवी की लाइव फुटेज मिलेगी

रेलमंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि सभी स्टेशनों व ट्रेनों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इनकी लाइव फुटेज लोको पायलट, गार्ड के अलावा जीआरपी व आरपीएफ को भी उपलब्ध करवाई जाएगी।

By Jagran News NetworkEdited By: Published: Sat, 16 Dec 2017 08:32 PM (IST)Updated: Sat, 16 Dec 2017 08:41 PM (IST)
हर स्टेशन, ट्रेन में सीसीटीवी की लाइव फुटेज मिलेगी

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। रेल मंत्रालय देश के सभी स्टेशनों तथा ट्रेनों में सीसीटीवी कैमरे लगाने और लोको पायलट व गार्ड के अलावा जीआरपी व आरपीएफ को लाइव फुटेज उपलब्ध कराने की प्रणाली विकसित कर रहा है। रेलमंत्री पीयूष गोयल ने यह जानकारी दी।

loksabha election banner

रेलवे के कायाकल्प के लिए नए विचारों को प्रोत्साहन देने के मकसद से लगभग ढाई सौ आला अफसरों के साथ आयोजित द्वितीय रेलवे शिविर 'संपर्क, समन्वय एवं संवाद' के दौरान संवाददाताओं से मुखातिब हुए गोयल ने कहा, 'अभी निर्भया फंड की मदद से कुछ सीसीटीवी लगाए गए हैं। लेकिन हमारी योजना इसे नवीन और व्यापक रूप देने की है। इसके तहत स्टेशनों और ट्रेनों में सभी सीसीटीवी की लाइव फुटेज लोको पायलट और गार्ड के अलावा पुलिस थानों तक पहुंचाई जाएगी। टीम इस दिशा में काम कर रही है। योजना तैयार होने पर उसे कैबिनेट में पेश किया जाएगा।'

कम भी होगा फ्लेक्सीफेयर

गोयल ने कहा कि डायनामिक प्राइसिंग के तहत फ्लेक्सीफेयर किरायों को दोतरफा प्रभावी बनाने पर विचार किया जा रहा है। इसके तहत यदि ज्यादा मांग होने पर किराये बढ़ेंगे तो कम मांग होने पर उनमें छूट भी मिलेगी। हवाई किरायों में यह नीति लागू है।

राजधानी के दो फेरे

दिल्ली व मुंबई के बीच 24 घंटे में राजधानी के दो फेरों के प्रस्ताव पर गोयल का कहना था यह उनका सपना है। यह तभी संभव है जब ट्रेन 11 घंटे में पहुंच जाए। अभी जो नई राजधानी चलाई गई है वो 13 घंटे लेती है। वैसे इसे राजधानी को दिल्ली से शाम पांच बजे छोड़ने और मुंबई में छह बजे पहुंचाने पर विचार किया जा रहा है।

खरीद में पारदर्शिता

गोयल ने बताया कि रेलवे की समस्त सामग्रियों की खरीद में पारदर्शिता लाने के लिए इनकी खरीद आनलाइन  की जाएगी। इसके लिए आरडीएसओ की वेबसाइट पर 600 आइटम डाल दिए गए हैं। इसके जरिए कोई भी वेंडर साल के 365 दिन प्रस्ताव दे सकता है। यदि उसका प्रस्ताव अस्वीकार किया जाता है तो उसकी वजह बताई जाएगी।

रेल में भ्रष्टाचार सहन नहीं

गोयल ने कहा भ्रष्टाचार के विरुद्ध मोदी सरकार की 'जीरो टॉलरेंस' की नीति है। रेलवे में भी भ्रष्टाचार को कतई सहन नहीं किया जाएगा। भ्रष्ट अधिकारियों व कर्मचारियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सीसीटीवी लगाने में रेलवे की चाल 

अब तक कुल मिलाकर लगभग साढ़े तीन सौ स्टेशनों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इनमें 102 वे बड़े स्टेशन शामिल हैं जहां मुंबई आतंकी हमले के बाद एकीकृत सुरक्षा प्रणाली लागू करने का निर्णय लिया गया था। जबकि बाकी स्टेशन वे हैं जहां दिसंबर, 2012 में दिल्ली में घटित निर्भया कांड के मद्देनजर महिलाओं की सुरक्षा के लिए मोदी सरकार द्वारा 2016-17 के बजट में घोषित 'निर्भया फंड' का इस्तेमाल किया गया है। एक हजार करोड़ रुपये के इस फंड में से वित्त मंत्रालय ने अकेले रेलवे को 500 करोड़ रुपये की राशि प्रदान की है।

उक्त रेलवे स्टेशनों के अलावा रेलवे ने 983 और स्टेशनों की पहचान सीसीटीवी लगाने के लिए की है। जहां 19 हजार से ज्यादा हाई डेफिनीशन (एचडी) सीसीटीवी लगाए जाएंगे। क्योंकि शुरू में लगाए गए सामान्य सीसीटीवी कैमरों को अपराधियों की सटीक पहचान में बहुत कारगर नहीं पाया गया है। इनमें भी निर्भया फंड का इस्तेमाल किया जाएगा। एक स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे लगाने में लगभग 50 लाख रुपये का खर्च आने का अनुमान है।

स्टेशनों के अलावा अभी तक केवल मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों में शान-ए-पंजाब तथा हमसफर और तेजस जैसी चुनिंदा प्रीमियम ट्रेनों तथा मुंबई की कुछ लोकल ट्रेनों के महिला कंपार्टमेंट में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.