पीपीई खेप के जरिये मादक पदार्थों की तस्करी, सीबीआइ ने राज्यों की पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों को चेताया
पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) की खेप में छिपाकर मादक पदार्थों की तस्करी के प्रति सीबीआइ ने राज्यों की पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों को आगाह किया है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) की खेप में छिपाकर मादक पदार्थों की तस्करी के प्रति सीबीआइ ने राज्यों की पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों को आगाह किया है।
पीपीई की खेप में छिपाए जा रहे मादक पदार्थ
अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि सीबीआइ को इस संबंध में अंतरराष्ट्रीय आपराधिक पुलिस संगठन (इंटरपोल) से जानकारी प्राप्त हुई थी कि मादक पदार्थों के अंतरराष्ट्रीय तस्कर पीपीई की खेप में मादक पदार्थो को छिपाने के लिए वैश्विक महामारी की स्थिति का फायदा उठा रहे हैं। अधिकारियों ने कहा कि इंटरपोल ने बैंगनी नोटिस के जरिये 194 सदस्य देशों को मादक पदार्थों के तस्करों की संभावित गतिविधियों और तौर-तरीकों के बारे में सचेत किया है। बैंगनी नोटिस जारी करके इंटरपोल अपराधियों द्वारा अपनाए जाने वाले तौर-तरीकों, उनके मकसद, उपकरणों और उनके छिपने-छिपाने के तरीकों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराता है।
इंटरपोल ने सभी 194 देशों को दी है जानकारी
मालूम हो कि सीबीआइ राष्ट्रीय स्तर पर इंटरपोल के साथ समन्वय करती है। इंटरपोल से जानकारी मिलने के बाद उसने तुरंत सभी इंटरपोल लाएजन ऑफिसर्स (आइएलओ) को अलर्ट कर दिया ताकि वे संबंधित पुलिस संगठनों को मादक पदाथरें के तस्करों के प्रति सचेत कर दें। आइएलओ प्रत्येक राज्य पुलिस संगठन में प्रतिनियुक्त वे अधिकारी होते हैं जो इंटरपोल से संबंधित मामलों में सीबीआइ के साथ समन्वय करते हैं। कोरोना महामारी से बचाव के लिए पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) सबसे जरूरी माध्यम हो गया है। यहां तक कि जिन देशों में इसका उत्पादन नहीं होता था, वहां भी इसका उत्पादन होने लगा है।