सीबीआइ ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के चाचा की हत्या की जांच शुरू की
मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी के चाचा एवं पूर्व मंत्री एवं सांसद वाईएस विवेकानंद रेड्डी की 15 मार्च 2019 को हत्या हुई थी।
अमरावती, आइएएनएस। आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट के आदेश के चार महीने बाद सीबीआइ ने मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी के चाचा एवं पूर्व मंत्री एवं सांसद वाईएस विवेकानंद रेड्डी की सनसनीखेज हत्या की जांच शुरू की है। सीबीआइ की सात सदस्यीय टीम ने शनिवार को कड्डपा जिले के पुलिस अधीक्षक केकेएन अंबुराजन से मुलाकात की और विवेकानंद रेड्डी की हत्या के बारे में ब्योरा लिया। 15 मार्च 2019 को उनकी हत्या हुई थी।
एक साल बाद भी जांच में किसी तरह की प्रगति नहीं पाए जाने के बाद हाई कोर्ट ने 11 मार्च को सीबीआइ जांच का निर्देश दिया। हाई कोर्ट ने विवेकानंद रेड्डी की बेटी एन. सुनीता रेड्डी और उनके पति एवं अन्य की याचिका पर निर्देश दिया। चुनाव से कुछ दिनों पहले पूर्व राज्यमंत्री एवं सांसद की हत्या कड्डपा जिले में उनके आवास के भीतर की गई थी। घटना के समय 68 वर्षीय नेता अपने घर में अकेले थे। कुछ अज्ञात लोग घर में घुस गए और उनकी हत्या कर दी। कुछ घंटे बाद वह कड्डपा जिले में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी का चुनाव प्रचार शुरू करने वाले थे।
तीन एसआइटी टीमों की जांच के बाद भी रहस्य से पर्दा नहीं उठ पाया। सुनीता रेड्डी ने अपने चचेरे भाई और कड्डपा के सांसद वाईएस अविनाश रेड्डी एवं उसके पिता वाईएस भास्कर रेड्डी पर संदेह जताया है। पिछले साल नवंबर में दाखिल अपनी याचिका में उन्होंने कहा था कि जांच अधिकारियों को बदलने और धीमी जांच से संदेह गहरा होता है। उन्होंने यह भी कहा था कि जगन मोहन रेड्डी ने सीबीआइ को मामला क्यों नहीं सौंपा है जबकि तत्कालीन विपक्ष के नेता के रूप में उन्होंने इसकी मांग की थी और राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपा था।