सीबीआइ ने पोंजी फर्म के प्रमोटर को सऊदी अरब से डिपोर्ट होते ही किया गिरफ्तार
अधिकारियों ने बताया कि चेरिया और उसके साझेदारों ने 2009-11 में केरल के कासरगोड में फारेक्स ट्रेड नाम की एक पोंजी कंपनी बनाई थी और निवेशकों को 61-दिन की जमा पर ऊंची ब्याज दरों का वादा कर लुभाया और एजेंटों को प्रति माह दो फीसद कमीशन का आश्वासन दिया था।
नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) ने पोंजी स्कीम के जरिये जनता के लगभग 10 करोड़ रुपये की धनराशि हड़पने वाले सुदीर मुहम्मद चेरिया वन्नारक्कल को सऊदी अरब से डिपोर्ट होने के बाद गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि इंटरपोल नोटिस के बाद उसे डिपोर्ट किया गया।
अधिकारियों ने बताया कि चेरिया और उसके साझेदारों ने 2009-11 में केरल के कासरगोड में फारेक्स ट्रेड नाम की एक पोंजी कंपनी बनाई थी और निवेशकों को 61-दिन की जमा पर ऊंची ब्याज दरों का वादा कर लुभाया और एजेंटों को प्रति माह दो फीसद कमीशन का आश्वासन दिया था।
आठ अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया जेल
स्कीम की मदद से, उन्होंने लोगों से 9.98 करोड़ रुपये का निवेश कराया, लेकिन वादे के मुताबिक रिटर्न और मूलधन का भुगतान नहीं किया। केरल हाई कोर्ट के निर्देशों पर सीबीआइ ने जांच अपने हाथ में ली और उसके, उसके साथियों और कंपनी के खिलाफ पांच मामले दर्ज किए। सीबीआइ के प्रवक्ता आरसी जोशी ने कहा कि आरोपी को एर्नाकुलम में एक विशेष अदालत के समक्ष पेश किया गया जहां से उसे आठ अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।