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कृषि कार्यो में सतर्कता के साथ सावधानी है जरूरी, हाथ की जगह मशीनों से काम करने पर सरकार का जोर

सरकार की एडवाइजरी में इस बात पर संतोष जताया गया है कि इस बार अधिकांश गेहूं उत्पादक राज्यों में औसत तापमान नीचे चल रहा है जिससे गेहूं की कटाई में 10 से 15 दिनों का विलंब हो सकता है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Tue, 31 Mar 2020 09:40 PM (IST)Updated: Tue, 31 Mar 2020 09:40 PM (IST)
कृषि कार्यो में सतर्कता के साथ सावधानी है जरूरी, हाथ की जगह मशीनों से काम करने पर सरकार का जोर
कृषि कार्यो में सतर्कता के साथ सावधानी है जरूरी, हाथ की जगह मशीनों से काम करने पर सरकार का जोर

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सरकार ने खेतों में खड़ी रबी फसलों की कटाई व मड़ाई के साथ उपज के भंडारण और रखरखाव में सावधानी बरतने की सलाह दी है। बागवानी फसलों में आम के पेड़ों पर फल लग रहे हैं, जिसके लिए जरूरी पोषक तत्वों व अन्य देखभाल जरूरी है। इसके लिए सरकार की ओर से लॉकडाउन में छूट देते हुए फर्टिलाइजर और कीटनाशकों के कारोबार चालू रखे गये हैं। पशु चिकित्सा, मछली व पॉल्ट्री उद्योग में लगे लोगों को व्यक्तिगत स्वच्छता व सामाजिक दूरी को सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है।

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कृषि व किसान कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी एडवाइजरी में फसलों की कटाई, फल व सब्जियों की तुड़ाई, अंडों व मछलियों उत्पादन में लगे लोगों की व्यक्तिगत स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत बताया गया है। काम करते हुए लोगों के बीच दूरी बनाये रखना अत्यावश्यक बताया गया है। हाथों से होने वाली फसलों की तुड़ाई में चार-पांच फीट की पट्टियों में काम करने को कहा गया है। बीच-बीच में साबुन से हाथ धोना जरूरी है। खेत में एक साथ अधिक श्रमिकों को न लगाया जाए, उसकी जगह कई हिस्सों में बांट कर पारियों में काम कराया जाए।

हाथ की जगह मशीनों से काम करने पर जोर

कृषि के विभिन्न कार्यो में हाथ की जगह मशीनों से काम कराने पर जोर दिया जाए। वह भी उपयुक्त व्यक्ति को ही ऐसे संयंत्रों को चलाने का दिया जाए। उपज के भंडारण वाली बोरियों व अन्य पैकेजिंग सामाग्री को भी सेनेटाइज किया जाए। खलिहान के काम में भी सावधानी व सतर्कता बरतने की जरूरत है। मक्के व मूंगफली के काम में लगाई गई मशीनों की उचित साफ सफाई सुनिश्चित की जाए। सारे उपकरणों को बार बार छूने पर साबुन से हाथ धोना चाहिए।

एडवाइजरी में इस बात पर संतोष जताया गया है कि इस बार अधिकांश गेहूं उत्पादक राज्यों में औसत तापमान नीचे चल रहा है, जिससे गेहूं की कटाई में 10 से 15 दिनों का विलंब हो सकता है। लॉकडाउन को देखते हुए यह उपयुक्त है। जिन खाली खेतों में मूंग की बोआई करनी है, उसकी वैज्ञानिक तैयारियां की जाएगी। उन खेतों को उपचारित कर लिया जाए।

कृषि व उससे जुड़े विभिन्न उद्यम वाली गतिविधियों को लॉकडाउन से मुक्त रखा गया है। इसमें पशु चिकित्सालय भी शामिल है, जबकि एपीएमसी की सभी मंडियों और उपज की ढुलाई, किसानों को खेतिहर मजदूरों के खेती के कामकाज, फार्म मशीनरी से जुड़े कस्टम हायर सेंटर, फर्टिलाइजर, कीटनाशक, बीजों के विकास और पैकेजिंग इकाइयां, बड़ी मशीनों को अंतरराज्यीय आवाजाही को पहले ही प्रतिबंध मुक्त कर दिया गया है।


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