मरीज का उपचार करते हुए संक्रमित हुई नर्स ने कोरोना को दी मात, ठीक होते ही ड्यूटी पर लौटने को तैयार
मरीजों का इलाज करते वक्त कोरोना से संक्रमित हुई नर्स अब ठीक हो गई है। फिलहाल उन्हें दो सप्ताह से अपने घर में ही क्वारेंटाइन में रहना होगा।
कोट्टायम, पीटीआइ। इस वक्त देश महामारी कोरोना वायरस से ग्रस्त है। दिन रात स्वास्थ्य कर्मी लोगों की सेवा में लगें हुए हैं। हालांकि, ऐसा करते वक्त वह खुद भी संक्रमित हो रहे हैं। इसी बीच केरल में कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज करते हुए संक्रित हुई नर्स कोरोना को हराकर एक बार फिर उसी जूनून के साथ वापस काम पर वापसी करने को तैयार हैं। जिस जूनून के साथ वह पहले कोरोना संक्रमितों की सेवा कर रही थी। भारत के सबसे ज्यादा उम्र के कोरोना मरीज की देखभाल करते हुए वह संक्रमित हो गई थी। इसी के साथ नर्स ने कोरोना की स्वास्थ्य प्रणाली में विश्वास व्यक्त किया था। जिस वक्त वह बीमार हुई थी। तभी उन्होंने कह दिया था कि वह इस कमरे ठीक होकर बाहर निकलूंगी।
पिछले शुक्रवार को, 32 वर्षीय रेशमा मोहनदास अपने वादे पर खरा उतरीं और अपना सिर ऊंचा करके अपने घर चली गईं, जहां अभी उन्हें 14-दिवसीय संगरोध के तहत रखा गया है, उनके और बुजुर्ग व्यक्ति के बच्चों को अस्पताल से रिहा कर दिया गया है। जल्द ही 93 वर्षीय थॉमस अब्राहम, जो भारत के सबसे ज्यादा उम्र वाले मरीजों में से एक हैं। उनका ठीक होना किसी चमत्कार से कम नहीं माना जा रहा है। 88 वर्षीय मरियम्मा को भी अस्पताल से रिहा कर दिया है। वह भी उन लोगों में शामिल हैं जो इस संक्रमण से ठीक हुए हैं। फिलहाल रेशमा को दो सप्ताह तक अपने घर में ही रहने होगा। रेशमा ने अस्पताल में अलगाव में उपचार के दौरान अपने दोस्तों और सहयोगियों के व्हाट्सएप ग्रुप में पोस्ट करते हुए कहा कि मैं कोरोना वायरस को हराने के एक सप्ताह बाद इस कमरे को छोड़ दूंगी।
रेशमा ने अपने घर से पीटीआई को बताया कि मैंने वह संदेश व्हाट्सएप ग्रुप में पोस्ट किया क्योंकि मुझे केरल की स्वास्थ्य प्रणाली पर पूरा भरोसा है। बता दें कि फिलहाल देश में बड़ी तेजी के साथ कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा हो रहा है।