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मध्यप्रदेश में महाराष्ट्र से सटे जिलों की सीमा सील, कोई भी जिला लगा सकेगा रविवार को लॉकडाउन

महाराष्ट्र से सटे जिलों में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मध्यप्रदेश सरकार ने सीमा सील कर दी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना संक्रमण की समीक्षा करने के बाद दिए निर्देश। किसी भी जिले में संक्रमण बढ़ने पर कलेक्टर रविवार को लॉकडाउन कर सकेंगे।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sun, 04 Apr 2021 12:26 AM (IST)Updated: Sun, 04 Apr 2021 12:26 AM (IST)
मास्क न लगाने वालों पर जुर्माना और कुछ समय के लिए ओपन जेल भी।

भोपाल, स्टेट ब्यूरो। महाराष्ट्र से सटे जिलों में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मध्यप्रदेश सरकार ने सीमा सील कर दी है। अब मालवाहक, आवश्यक सेवा के वाहन और आपातकालीन आवाजाही ही हो सकेगी। ये निर्देश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिए। वे शनिवार को मंत्रालय में कोरोना संक्रमण की समीक्षा कर रहे थे।

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मुख्यमंत्री ने कहा- मास्क न लगाने वालों पर जुर्माना और कुछ समय के लिए ओपन जेल भी

मुख्यमंत्री ने जनता से अपील की कि गणगौर का त्योहार घर में ही मनाएं। सार्वजनिक आयोजन और मेलों की अनुमति नहीं दी जाएगी। लोगों को सीख देने के साथ सख्ती भी जरूरी है। इसलिए मास्क न लगाने वालों पर जुर्माना भी लगाएं और कुछ समय के लिए ओपन जेल में भी रखें।

शिवराज सिंह ने कहा- कोई भी जिला लगा सकेगा रविवार को लॉकडाउन

उन्होंने कहा कि अब किसी भी जिले में संक्रमण बढ़ने पर कलेक्टर रविवार को लॉकडाउन कर सकेंगे। जिन शहरों में रविवार को लॉकडाउन रहता है, वहां भी टीकाकरण चालू रहेगा। इंदौर में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री ने 10 हजार बिस्तर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।

संक्रमण में मप्र देश में आठवें स्थान पर

संक्रमण के मामले में देश में मध्य प्रदेश का आठवां स्थान है। यहां वर्तमान में 20,369 सक्रिय मामले हैं और सात दिन की औसत संक्रमण दर 10.1 फीसद है। जिलेवार समीक्षा में सामने आया कि प्रदेश के 27 जिलों में रोज 20 से ज्यादा नए मरीज आ रहे हैं।

कोरोना मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या

मध्यप्रदेश में कोरोना मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या की वजह से अस्पतालों में बिस्तरों की कमी पड़ रही है। इसे देखते हुए पश्चिम- मध्य रेलवे ने पिछले साल लॉकडाउन के दौरान तैयार किए गए 133 आइसोलेशन कोचों की फिर से सफाई व मरम्मत का काम शुरू कर दिया है। इन कोचों में 931 बिस्तरों की व्यवस्था है।

रेलवे ने आइसोलेशन कोचों की फिर शुरू की सफाई

गौरतलब है कि रेलवे ने बीते साल अप्रैल से जून के बीच मोबाइल आइसोलेशन कोच बनाए थे। तब से अनुपयोगी पड़े इन कोचों को रेलवे ने फिर व्यवस्थित कर दिया है। दिल्ली भेजे थे 44 कोच भोपाल में तैयार किए 44 मोबाइल आइसोलेशन कोच बीते साल दिल्ली के मरीजों को काम आ चुके हैं। दिल्ली सरकार की मांग पर बीते साल जून में 44 कोच भेजे गए थे। तब से लेकर अब तक कहीं से कोचों की मांग नहीं आई है।


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