बौद्ध धर्म गुरु को हेलीकॉप्टर न मिलने पर डिप्टी कमिश्नर को बनाया बंधक
बौद्ध धर्म गुरु सड़क के रास्ते जम्मू के लिए रवाना हुए तो वहां पर बौद्ध धर्म से जुड़े स्थानीय लोग भड़क गए और उन्होंने गुलाबगढ़ में हेलीपैड का घेराव कर दिया।
जासं, किश्तवाड़। बौद्ध धर्म गुरु ग्यालवांग द्रुपका रिनपोचे को बुकिंग के बावजूद हेलीकॉप्टर न मिलने पर गुस्साए लोगों ने जम्मू-कश्मीर में किश्तवाड़ के डीसी (डिप्टी कमिश्नर) को बंधक बना लिया। इतना नहीं, एक हेलीकॉप्टर पर पथराव किया एवं हेलीपैड पर प्रदर्शन किया।
किश्तवाड़ के गुलाबगढ़ में पिछले एक सप्ताह से बौद्ध धर्म के लोगों का सम्मेलन चल रहा था। इसमें बौद्ध धर्म के दूसरे गुरु भी पधारे थे, जिनको मंगलवार को वापस जाना था। इसके लिए बौद्ध धर्म के लोगों ने पवन हंस कंपनी के हेलीकॉप्टर को किराए पर लिया था, ताकि उनके धर्मगुरु आसानी से जम्मू तक जा सकें, लेकिन मंगलवार को पवन हंस कंपनी के कर्मचारियों ने यह कहा कि मौसम खराब है। इसके चलते हेलीकॉप्टर गुलाबगढ़ नहीं आ सकता। बुधवार को गुरु जी को ले जाएंगे।
बुधवार को पवन हंस कंपनी ने कहा कि हमारा हेलीकॉप्टर नहीं आ पा रहा है, इसलिए हम आपको हेलीकॉप्टर सेवा नहीं दे सकते। स्थानीय लोगों ने वहां खड़े मचैल यात्रा के लिए आए हेरिटेज कंपनी के हेलीकॉप्टर के लिए बात की। लोगों के मुताबिक हेरिटेज वालों ने उनसे दो लाख रुपये की मांग की। इस पर कहा गया कि आप जितने पैसे लेना चाहो ले लो, मगर हमारे गुरु जी को हेलीकॉप्टर से जम्मू तक पहुंचा दो। लेकिन बाद में हेरिटेज कंपनी ने भी ना कर दी। कहा कि मौसम खराब है, हम उड़ान नहीं भर सकते। लोगों ने इसकी शिकायत गुलाबगढ़ में आए किश्तवाड़ के डीसी अंग्रेज सिंह राणा से की, लेकिन उन्होंने भी इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया, जिसके चलते बौद्ध धर्म के आए गुरु जी को सड़क के रास्ते जम्मू के लिए रवाना होना पड़ा।
जैसे ही बौद्ध धर्म गुरु सड़क के रास्ते जम्मू के लिए रवाना हुए तो वहां पर बौद्ध धर्म से जुड़े स्थानीय लोग भड़क गए और उन्होंने गुलाबगढ़ में हेलीपैड का घेराव कर दिया। वहां पर हेरिटेज कंपनी का एक हेलीकॉप्टर खड़ा था, जिस पर पथराव करना शुरू कर दिया और मचैल यात्रा के लिए बनाए गए सेटअप को तहस-नहस करना शुरू कर दिया। इसके साथ ही डीसी को अल्पाइन गेस्ट हाउस में बंद कर दिया। डीसी के साथ पाडर के और भी कई अधिकारियों को कमरे के अंदर ही बंद कर दिया। बाद में डीसी ने कमरे से बाहर आकर कंपनी की तरफ से लोगों से माफी मांगी। इसके बाद प्रदर्शनकारी शांत हुए।