सर्जिकल स्ट्राइक में जबलपुर में बने बमों ने उड़ाए थे पाकिस्तानी बंकर
आयुध फैक्ट्री ओएफके के वरिष्ठ महाप्रबंधक ने बताया कि स्वदेशी तकनीक से बने इन बमों ने ही दुश्मनों के बंकरों को ध्वस्त कर दिया था।
नईदुनिया (जबलपुर)। नियंत्रण रेखा पार करके पिछले वर्ष 29 सितंबर को भारतीय सेना की सफल सर्जिकल स्ट्राइक में जबलपुर के खमरिया में स्थित आयुध फैक्ट्री (ओएफके) का भी योगदान था। भारतीय सैनिकों ने रॉकेट लांचर में जबलपुर में बने बमों का ही उपयोग किया गया था। स्वदेशी तकनीक से बने इन बमों ने ही दुश्मनों के बंकरों को ध्वस्त कर दिया था।
ओएफके के वरिष्ठ महाप्रबंधक अरविंदकुमार अग्रवाल ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस में यह बात कही। अग्रवाल ने बताया कि सेना की जरूरतों के विस्फोटक हथियारों का एक तिहाई हिस्सा ओएफके जबलपुर में बनता है और केंद्र सरकार के मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत ओएफके के 95-96 फीसद उत्पाद स्वदेशी हैं।
अग्रवाल ने बताया कि भारत और स्वीडन सरकार के बीच अनुबंध होने के बाद आयुध फैक्ट्री में शीघ्र ही 84 एमएम बमों की क्षमता बढ़ाकर तीन नए वर्जन बनाने का काम शुरू होगा।
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