Move to Jagran APP

बोइंग ने भारत को सौंपा 5वां समुद्री गश्ती विमान

भारतीय नौसेना को पांचवां पी-8आई टोही विमान मिल गया है जिसे तमिलनाडु के अराक्कोणम स्थित नौसेना के रजाली हवाई अड्डे पर तैनात किया गया है। यह विमान समुद्र में लंबी दूरी तक उड़ान भरने में सक्षम हैं। यह विमान भारतीय नौसेना की लंबी दूरी की नौवहन निगरानी और पनडुब्बी-रोधी युद्धक क्षमताओं में वृद्धि करेगा।

By Edited By: Published: Fri, 12 Sep 2014 02:20 PM (IST)Updated: Fri, 12 Sep 2014 03:35 PM (IST)
बोइंग ने भारत को सौंपा 5वां समुद्री गश्ती विमान

नई दिल्ली/वाशिंगटन। भारतीय नौसेना को पांचवां पी-8आई टोही विमान मिल गया है जिसे तमिलनाडु के अराक्कोणम स्थित नौसेना के रजाली हवाई अड्डे पर तैनात किया गया है। यह विमान समुद्र में लंबी दूरी तक उड़ान भरने में सक्षम हैं। यह विमान भारतीय नौसेना की लंबी दूरी की नौवहन निगरानी और पनडुब्बी-रोधी युद्धक क्षमताओं में वृद्धि करेगा।

loksabha election banner

भारत ने अमेरिकी विमान निर्माता कंपनी बोइंग को ऐसे आठ विमान बनाने का ठेका दिया है। बोइंग ऐसे चार विमान पहले ही नौसेना को दे चुकी है जबकि पांचवें विमान ने मंगलवार को सिएटल से उड़ान भरी और उसी दिन अराक्कोणम पहुंचा।

उपनौसेना प्रमुख वाइस एडमिरल आरके पटनायक ने बताया कि पी-8आई विमानों की निर्माण की प्रक्रिया तय कार्यक्रम के अनुसार चल रही है। इन विमानों को भारत की सामुद्रिक जरूरतों के हिसाब से तैयार किया जा रहा है। इस वर्ष के अंत तक ऐसे एक और विमान के भारत को मिलने की संभावना है जबकि बोइंग अगले साल दो और विमानों की आपूर्ति करेगी।

वहीं, बोइंग द्वारा जारी बयान के मुताबिक पी-8आई विमान सेएटल के बोइंग फील्ड से रवाना हुआ और रजाली के नौसैनिक हवाई अड्डे पर उतरा। इधर, देश में बोइंग उपाध्यक्ष डेनिस स्वांसन ने कहा, यह इस कार्यक्रम को एक और मुख्य पड़ाव है। हम भारत के साथ अपने संबंध के जारी रहने की उम्मीद करते हैं। उन्होंने कहा, इस साल के आखिर तक हम एक और पी-8आई की आपूर्ति करेंगे। इसके बाद 2015 में दो और पी-8आई विमानों की आपूर्ति होगी।

बोइंग को 2009 में आठ पी-8आई विमान बनाने का ठेका दिया गया था। पी-8आई विमान बोइंग के नए पीढ़ी के 737 व्यावसायिक विमानों पर आधारित है। कंपनी ने अमेरिकी नौसेना के लिए पी-8ए पोसेडोन विमान बनाए हैं जिनका भारतीय संस्करण पी-8आई है। बोइंग ने ऐसे पहले विमान की आपूर्ति मई 2013 में दी थी। कंपनी के अगली पीढ़ी के 737 व्यवसायिक विमान, पी-8आई अमेरिकी नौसेना के लिए विकसित किए गए पी-8ए पोसीडन से भिन्न है। पी-8आई विमान में स्वदेश में विकसित कई प्रणालियां लगाई गई हैं जिन्हें भारत की जरूरतों के हिसाब से तैयार किया गया है।

पी-8आई की खासियतों में से एक लक्ष्य पर सफलतापूर्वक बोइंग हारपून मिसाइल दागना और गोले छोड़ना भी शामिल है।

पढ़े: भारत खरीदेगा एक और सी130-जे हरक्यूलिस विमान

भारत को 20 साल में 1,600 विमानों की जरूरत


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.