वर्ल्ड ट्रेड बॉम्बिंग के लिए जिम्मेदार ब्लाइंड शेख की अमेरिका की जेल में मौत
वैश्विक स्तर पर दहशत का पर्याय बन चुके ब्लाइंड शेख की अमेरिका की एक जेल में स्वाभाविक मौत हो गई है।
नई दिल्ली(रायटर्स)। 1993 में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले के लिए जिम्मेदार मुस्लिम धर्मगुरु ओमर अब्दुल रहमान की नॉर्थ कैरोलिना जेल में मौत हो गई है। इजिप्ट से संबंध रखने वाले अब्दुल रहमान को ब्लाइंड शेख के नाम से भी जाना जाता है। अमेरिकी सुरक्षा जानकारों का कहना है कि वो अर्बन टेररिज्म के लिए जिम्मेदार था। नॉर्थ कैरोलिना जेल के अधिकारियों के मुताबिक ब्लाइंड शेख की मौत स्वभाविक तौर से हुई है। अधिकारियों का कहना है कि अब्दुल रहमान को डायबिटीज और दिल के रोग से पीड़ित था।
जानकारों का कहना है कि 1980 और 1990 के दशक में अब्दुल रहमान की करिश्माई व्यक्तित्व की वजह से इजिप्ट में बड़ी संख्या में उसके अनुयायी थे। इस्लाम की खिलाफत करने वालों के लिए मौत का फतवा जारी करता था। अब्दुल रहमान कहा करता था कि गैरइस्लामिक संस्थाओं और इमारतों का कोई अस्तित्व नहीं है।
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1990 के दशक में न्यूयार्क, पेंसिलवैनिया और दूसरे शहरों में आतंकी गतिविधियों के लिए जिम्मेदार था। अमेरिकी सुरक्षा जानकारों का कहना है कि उसने सुनियोजित तरीके से मुस्लिम समाज को वैश्विक स्तर पर भड़काने की कोशिश करता रहा, जिसका असर आज भी दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में इस्लामी आतंकवाद के तौर पर देखा जा रहा है।
जानकार बताते हैं कि जब 1993 में वर्ल्ड ट्रेड बॉम्बिंग के लिए जिम्मेदार ब्लाइंड शेख को जब सजा सुनाई गई तो ओसामा बिन लादेन बौखला गया। बौखलाए ओसाम ने शपथ ली कि वो अमेरिका को सबक सिखाएगा। अमेरिका को दहलाने के लिए ओसामा ने एक ऐसी साजिश को अंजाम दिया जिसके बाद पूरी दुनिया में मानवता सिहर उठी। वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमला करके ओसामा ने अपने नापाक इरादे जता दिए।