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जर्मनी कालेधन के खातेदारों की सूची देने को तैयार

सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी ने कहा है कि विदेशों में जमा काला धन वापस लाने में कांग्रेस टालमटोल का रवैया अपनाए हुए है, जबकि जर्मनी सरकार खाताधारकों की सूची और जमा रकम का ब्योरा देने को तैयार है। स्विट्जरलैंड के बैंक खातेदारों की यह सूची जर्मन सरकार ने प्राप्त कर ली है। इन खात

By Edited By: Published: Wed, 09 Apr 2014 11:15 AM (IST)Updated: Wed, 09 Apr 2014 11:16 AM (IST)
जर्मनी कालेधन के खातेदारों की सूची देने को तैयार

चंडीगढ़, जागरण संवाददाता। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी ने कहा है कि विदेशों में जमा काला धन वापस लाने में कांग्रेस टालमटोल का रवैया अपनाए हुए है, जबकि जर्मनी सरकार खाताधारकों की सूची और जमा रकम का ब्योरा देने को तैयार है। स्विट्जरलैंड के बैंक खातेदारों की यह सूची जर्मन सरकार ने प्राप्त कर ली है। इन खातों में 15 सौ बिलियन डॉलर जमा हैं। भारतीय मुद्रा के लिहाज से यह रकम 90 लाख करोड़ रुपये बनती है। इन रुपयों को आंका जाए तो इससे 30 साल तक भारत की जनता को करमुक्त रखा जा सकता है।

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जेठमलानी मंगलवार को यहां एक व्याख्यान सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राहुल में प्रधानमंत्री का सपना देख रही है यदि ऐसा हुआ तो यह दुर्भाग्यपूर्ण होगा। कांग्रेस नेता लाल बहादुर शास्त्री को समाज सुधारक और देशहित का नेता बताते हुए जेठमलानी ने कहा कि कांग्रेस युग के इस नेता को हमेशा याद किया जाएगा। जम्मू-कश्मीर की समस्या को वह दो टूक निपटाने के पक्षधर थे, उन्होंने पहल भी की मगर उस पर अमल नहीं हो सका।

नरेंद्र मोदी को मुस्लिम समुदाय का प्रिय बताते हुए जेठमलानी ने कहा कि साल 2001 में गुजरात में जब भूकंप आया तो मुसलिम बहुल गांवों में मोदी हर परिवार तक पहुंचे और उन्हें मदद दी। इसका प्रभाव ये हुआ कि 24 फरवरी 2002 में 28 मुसलिम संगठनों ने मोदी का समर्थन दिया। गोधरा कांड पर संदिग्धता दर्शाते हुए राम जेठमलानी ने कहा कि मुसलिमों का मोदी प्रेम विपक्षियों से नहीं सहा गया।

जेठमलानी ने सिख धर्म को पूरी तरह सेक्युलर करार देते हुए कहा कि पंजाब, दिल्ली व अहमदाबाद व अन्य जगहों पर सिखों के साथ जो हुआ सिख उसे कैसे भूल सकते हैं। जेठमलानी ने कांग्रेस को मौत का सौदागर और नरेंद्र मोदी को देश का रक्षक कहकर संबोधित किया।

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